Last Updated: Tuesday, October 1, 2013, 19:42
मास्को : रूस ने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) से कहा है कि सीरिया पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के कारण लाखों सीरियाई नागरिकों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, तथा बड़ी संख्या में लोगों को पलायन कर शरणार्थी बनने के लिए बाध्य किया है।
संयुक्त राष्ट्र के जेनेवा कार्यालय में रूस के स्थायी राजदूत एलेक्सी बोरोदाव्किन ने यूएनएचसीआर की कार्य समिति से कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अनुमति लिए बगैर सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंध तुरंत हटाए जाने चाहिए।
बोरोदाव्किन ने कहा कि आंतरिक युद्ध झेल रहे सीरिया में 50 लाख लोगों को सीरिया के अंदर ही विस्थापन झेलना पड़ा है, जो सीरिया छोड़कर दूसरे देशों में शरणार्थी बने सीरियाई नागरिकों की संख्या का दोगुना है। रूस के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर मंगलवार को जारी एक वक्तव्य में बोरोदाव्किन ने कहा कि यदि अंतर्राष्ट्रीय मदद नहीं पहुंचती है तो पहले से ही अपना घर छोड़ने के लिए बाध्य हुए ये लोग दूसरे देशों में पलायन करेंगे, जिससे पड़ोसी देशों पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। उन्होंने बताया कि रूस ने लेबनान और जॉर्डन में रह रहे सीरियाई शरणार्थियों की मदद के लिए यूएनएचसीआर को एक करोड़ डॉलर आवंटित कर दिया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 1, 2013, 19:42