पुलिस vs पुलिस

Last Updated: Saturday, January 26, 2013, 21:04

पुलिस सिस्टम प्रणाली में सुधार की बात कई बार उठी है, लेकिन हाल ही में दिल्ली पुलिस की कार्यशैली ने एक बार फिर से बहस छेड़ दी है कि देश के कुछ शहरों में जारी पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम कितना प्रभावशाली है।

सवालों के घेरे में गठबंधन की राजनीति

Last Updated: Tuesday, January 8, 2013, 12:46

राजनीतिक उठापटक के लिए लगातार सुर्खियों में रहने वाले राज्य झारखंड का ताजा संकट कई सवाल खड़े करता है। खासकर गठबंधन सरकारों के अस्तित्व और भविष्य को लेकर। राजनीतिक अस्थिरता के दौर में गठबंधन का जो फॉर्मूला किसी जमाने में एक विकल्प के तौर पर उभरा था, राजनीतिक महात्वाकांक्षाओं ने अब उसी फॉर्मूले को कटघरे में ला खड़ा किया है।

वनटांगिया मजदूर भी भारतीय हैं

Last Updated: Monday, January 7, 2013, 23:50

आज़ाद हिंदुस्तान के एक हिस्से में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका अपना कोई वजूद नहीं है। सरकारी कागजातों में उनकी कोई पहचान कहीं भी दर्ज नहीं है, जबकि ये लोग हमेशा से भारत के निवासी हैं और कई दशक तक प्रशासन इनसे काम लेता रहा है। इन्होंने आज तक चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि इनके पास वोटर आई कार्ड नहीं है। जब सरकारी कागजातों में कोई पहचान दर्ज नहीं है तो वोटर आई कार्ड, राशन कार्ड और जॉब कार्ड जैसे चीजों का तो सवाल ही नहीं उठता।

बॉलीवुड हस्तियों के लिए कुछ ऐसा होगा साल

Last Updated: Tuesday, January 8, 2013, 09:59

सदी के महानायक और बॉडीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन का यह साल उन्हें सुर्खियों में बनाए रखेगा।

‘हनी’ में ये कैसी फूहड़ता

Last Updated: Sunday, January 6, 2013, 17:17

अंग्रेजी शब्द हनी का हिंदी में अर्थ होता है शहद। शहद लोगों को ताकत, ताजगी देने के साथ-साथ बीमारियों से दूर रखता है। कुल मिलाकर लोगों की सेहत बनाए रखने में ‘हनी’ बहुपयोगी है और उम्मीद की जाती है कि हनी नाम जिस किसी चीज से जुड़ा होगा वह समाज के लिए फायदेमंद होगा। लेकिन पंजाब के रैप गायक हनी सिंह को देखें तो वह अपने नाम के उलट साबित हो रहे हैं।

हमाम में सब नंगे हैं

Last Updated: Friday, January 4, 2013, 17:26

हमाम में सब नंगे हैं- ये कहावत सियासी लोगों के बारे में समय-समय पर पढ़ने और सुनने को मिलती रही हैं। दिल्ली में हुई बहुचर्चित गैंग-रेप की घटना और उसके बाद नेताओं के बयानों पर बारीकी से नज़र डालने पर ये बात साबित भी हो जाती है।

...जाते-जाते देश भर में अलख जगा गई 'दामिनी'

Last Updated: Monday, January 7, 2013, 09:22

देश की बहादुर बेटी `दामिनी` अब नहीं रही। आखिर क्‍या कसूर था उसका। क्या उसे जीने का हक नहीं था। दरिंदगी की शिकार दामिनी ने आखिर क्या गुनाह किया था, जो हैवानों ने उसे इतनी बड़ी सजा दे दी। सजा भी ऐसी कि जिंदगी ही छीन ली, जबकि उसके अंदर जीने की भरपूर चाहत थी। इसी चाहत और जिंदादिली की बदौलत वह अपने परिवार के लिए उम्मीदों की नई किरण थी।

उद्योग जगत में विश्‍वास और नैतिकता के प्रतीक हैं रतन टाटा

Last Updated: Monday, December 31, 2012, 14:51

रतन टाटा यानी जैसा नाम वैसा ही काम। इसमें कोई संशय नहीं है कि वह देश के वाकई अनमोल रतन हैं और रहेंगे। साल 1868 में जमशेद जी नौशेरवान जी टाटा की ओर से स्‍थापित टाटा कंपनी को रतन ने एक समूह बनाकर ऐसी ऊंचाईयां दी, जिसका जिक्र वैश्विक व्‍यापारिक जगत में हमेशा किया जाएगा।

सामाजिक व राजनीतिक बदलाव का वक्त

Last Updated: Saturday, December 29, 2012, 20:40

आर्थिक उदारीकरण के साथ-साथ देश में राजनीतिक उदारीकरण और पितृ सत्तात्मक भारतीय समाज का उदारीकरण भी होना जरूरी था जो नहीं हो पाया। अब वक्त आ गया है, भारतीय समाज व देश की राजनीति में सकारात्मक सोच के साथ सुधार की तरफ कदम बढ़ाया जाए।

दिल्ली गैंगरेप: जनाक्रोश में दिखी उम्मीद

Last Updated: Wednesday, December 26, 2012, 16:29

दिल्ली में 16 दिसंबर की रात मेडिकल छात्रा के साथ हुई दरिंदगी ने सभी को बेचैन किया। देश के प्रमुख शहरों में बलात्कार के खिलाफ आक्रोश सड़कों पर दिखाई दिया। राजधानी दिल्ली में इसकी धमक सबसे ज्यादा सुनाई पड़ी। सड़क से संसद तक दोषियों को सख्त और शीघ्र सजा देने की मांग जोर पकड़ी।