Last Updated: Friday, October 11, 2013, 13:14

भुवनेश्वर : पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर भीषण चक्रवाती तूफान ‘फैलिन’ शुक्रवार को और अधिक तीव्र हो गया और यह कल कम से कम 205 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ ओडिशा में गोपालपुर के नजदीक पहुंच सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा कि पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान फैलिन 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा और पारादीप के 520 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व, गोपालपुर से 530 और कलिंगपट्टनम के 530 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व में केंद्रित हो गया।
आईएमडी ने कहा कि यह उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ेगा और कलिंगपट्टनम तथा पारादीप के बीच, गोपालपुर ओडिशा के नजदीक 12 अक्तूबर की शाम तक उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा को पार करेगा। आईएमडी को कल रात तक उम्मीद थी कि शनिवार को चक्रवात के पहुंचने तक हवाओं की गति 185 किलोमीटर प्रति घंटे के दायरे तक सीमित रहेगी। इसने अब अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा है कि ‘फैलिन’ बढ़ी तीव्रता के साथ अधिकतम 205 से लेकर 215 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से टकराएगा।
इसी तरह, आईएमडी ने कल गंजम, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में तटीय इलाके में तूफान के चलते 1.5 से 2 मीटर तक की समुद्री लहरें उठने का पूर्वानुमान व्यक्त किया था। लेकिन आज इसने कहा कि लहरों की उंचाई करीब 2 से 2.5 मीटर तक होगी। इससे ओडिशा में गंजम, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर में निचले इलाके जलमग्न हो जाएंगे।
फैलिन के प्रभाव के चलते ओडिशा तट पर आज सुबह 45-55 से 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं पहले ही पहुंचनी शुरू हो गईं। आईएमडी ने कहा कि चक्रवात के पहुंचने के समय दक्षिणी ओडिशा के तटीय और अपतटीय जिलों में हवाओं की रफ्तार 205 से 215 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी।
इस बीच, चिंतित राज्य सरकार ने कई स्तरों पर बैठक की और बदली हुई परिस्थितियों में स्थिति का जायजा लिया। राज्य सरकार जिलाधिकारियों से पहले ही समुद्र के नजदीक स्थित निचले इलाकों से लोगों को निकालने को कह चुकी है। विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्र ने कहा कि हमने आदेश दिए हैं कि किसी को भी घास फूस से बने और कमजोर मकानों में रूके रहने की अनुमति नहीं दी जाए।
उधर, आंध्र प्रदेश सरकार चक्रवाती तूफान ‘फैलिन’ के प्रभाव से निपटने के लिए तैयारी कर रही है जिससे राज्य के तटवर्ती जिलों में नुकसान होने की आशंका है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने चक्रवाती तूफान का सामना करने के लिए सरकार की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को ऐहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 11, 2013, 13:12