लोगों से जुड़ने को प्रत्याशी ले रहे सोशल मीडिया का सहारा |
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बेंगलुरु : कर्नाटक के कुछ वरिष्ठ राजनेताओं के लिए पदयात्राएं, घर-घर जाकर चुनाव प्रचार और जन रैलियां आयोजित करना अब पहली प्राथमिकता नहीं रहा है और इनकी प्राथमिकता की श्रेणी में सोशल मीडिया ने अपनी खास जगह बना ली है। इन राजनेताओं ने लोगों पर सोशल मीडिया के प्रभाव को बखूबी समझते हुए फेसबुक और ट्विटर जैसी साइट्स पर अपने अकाउंट भी खोल लिए हैं।
जबकि सोशल मीडिया राजनेताओं को चुनाव प्रचार के लिए एक अतिरिक्त मंच उपलब्ध कराता है तो यहां पर असल स्पर्धा एक दूसरे से ज्यादा हिट्स हासिल करने की रहती है। कांग्रेस के युवा नेताओं में कृष्णा बेयरेगौडा और प्रिया कृष्णा ने लंबे समय से सोशल साइट्स पर अपने अकाउंट बना रखे हैं, लेकिन उन्हीं के दल के जी. परमेश्वर और सिद्धारामैय्या जैसे वरिष्ठ नेताओं ने चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के कुछ ही सप्ताह पहले अकाउंट खोले हैं। ठीक ऐसा ही मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और उप मुख्यमंत्री आर. अशोका ने किया है।
हालांकि इनमें से अधिकतर लोग अपने अकाउंट का संचालन खुद नहीं करते और न ही की गई टिप्पणियों का जवाब ही देते हैं। उनके ये अकाउंट चलाने के लिए पेशेवर लोग नियुक्त किए गए हैं। अशोक पूरी साफगोई से स्वीकारते हैं कि वे अपने अकाउंट का रोजाना संचालन नहीं करते। बासवानागुडी में कुछ विशेषज्ञ स्वेच्छा से अशोक के पेज का संचालन कर रहे हैं। पिछले कुछ हफ्तों पहले शुरू किए इस पेज को काफी बड़ी संख्या में हिट मिल चुके हैं।
हिट्स हासिल करके सोशल मीडिया पर चर्चित हुए स्वास्थ्य मंत्री अरविंद लिंबावली का कहना है कि संचार के इस माध्यम ने उनकी पहुंच समाज के कई हिस्सों तक बनाने में मदद की है। दोस्तों की संख्या पांच हजार के पार चली जाने पर उन्होंने अपना एक नया अकाउंट खोला है। नेताओं की सामाजिक कार्यों और मानवता की सेवा वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर मुख्य आकर्षण बनी हुई हैं। अशोक की ऐसी ही एक तस्वीर पर कई टिप्पणियां आईं हैं। यह तस्वीर चुनाव विज्ञापन की है, जिस पर पूर्वोत्तर के छात्रों की ओर से लिखा गया है, ‘हमारे पास वोट नहीं है लेकिन हमारा दिल आपके साथ है।’
यह तस्वीर उस समय की है जब उपमुख्यमंत्री हाल ही में बंगलूर में बसे पूर्वोत्तर के समुदाय के लोगों द्वारा आयोजित समारोह में शामिल हुए थे। कुछ माह पहले असम में हिंसा भड़कने पर सैंकड़ों की संख्या में छात्र पूर्वोत्तर से बेंगलुरु आ गए थे। सिद्धार्थमैया के लिए डाली गई अधिकतर तस्वीरें उनके चुनाव प्रचार की हैं। अब ‘मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धार्थमैया’ नाम से एक अलग पेज बनाया गया है और इसका संचालन उनके बेटे राकेश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने अपनी उपलब्धियों के तौर पर सरकारी योजनाओं के बारे में बातचीत की है और उनके नाम पर लगभग पांच हजार हिट आए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली कर्नाटक जनता पार्टी की नेता और पूर्व मंत्री शोभा करंदलाजे भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रही हैं। (एजेंसी)
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First Published: Thursday, May 2, 2013, 19:55
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