Last Updated: Wednesday, January 22, 2014, 14:22

नई दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली में आधी रात को घर में घुसकर अफ्रीकी महिलाओं से दुर्व्यवहार मामले में दिल्ली सरकार पर कानून मंत्री सोमनाथ भारती के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। अफ्रीकी महिला ने आरोप लगाया है कि भारती की अगुवाई में भीड़ उनके घर में घुस गई और उन पर हमला किया गया।
यूगांडा की नागरिक ने कहा कि हम पर भारतीयों ने बुधवार की रात हमला किया जिनकी अगुवाई सोमनाथ भारती कर रहे थे। हमें प्रताड़ित किया गया, हमसे मारपीट हुई। उनके हाथों में डंडे थे। वे कह रहे थे कि हमें उनका देश छोड़ देना चाहिए नहीं तो वे हमें एक-एक कर मार डालेंगे। महिला ने कहा कि उन्होंने भारती की पहचान की क्योंकि वह रात में आए थे और अगले दिन मुझे वह टीवी पर नजर आए। दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और हमें भीड़ से बचाया।
यूगांडा की नागरिक ने बंद कमरे में एक मजिस्ट्रेट के सामने कल अपना बयान दर्ज कराते हुए कहा कि 15-16 जनवरी की दरम्यानी रात को उनके घर में घुसने वाले व्यक्तियों की वह पहचान कर लेंगी। महिला ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया जो अदालत में मान्य है। मुहरबंद कवर में बयान पुलिस को सौंपा गया है और मुकदमे के दौरान इसे खोला जाएगा।
महिलाओं पर हमला मामले में भारती पर महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने निशाना साधते हुए अफ्रीकी महिलाओं से ‘दुर्व्यवहार’ करने के लिए उन्हें पद से हटाए जाने की मांग की है। मंत्री की अगुवाई में समूह द्वारा उन पर मार पीट का आरोप लगाए जाने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने भारती को समन किया। आयोग की अध्यक्ष बरखा सिंह ने कहा कि हमने उन्हें कल आयोग के सामने उपस्थित होने के लिए कहा लेकिन वह नहीं आए। संबंधित थाना प्रभारी के जरिए हम उन्हें कल एक और समन भेंजेगे। फिर भी वह नहीं उपस्थित होते हैं तो हम एक एफआईआर दर्ज किये जाने के लिए उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस आयुक्त को लिखेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री को एक खुले पत्र में कविता कृष्णन सहित महिला अधिकार कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कहा है कि कानून मंत्री का बरताव ‘बिल्कुल चौंकाऊ है और यह अस्वीकार्य है।’ कृष्णन ने आरोप लगाया कि ‘साधारण सी बात है कि भीड़ को बुलाकर और उनका पीछा करने और पकड़ने के लिए कहकर उन्होंने अफ्रीकी महिलाओं को संकट में डाला।’
First Published: Wednesday, January 22, 2014, 14:22