बिहार में अक्टूबर-नवंबर तक हो सकते हैं विधानसभा चुनाव: पासवान

बिहार में अक्टूबर-नवंबर तक हो सकते हैं विधानसभा चुनाव: पासवान

बिहार में अक्टूबर-नवंबर तक हो सकते हैं विधानसभा चुनाव: पासवानज़ी मीडिया ब्यूरो/आलोक कुमार राव

पटना : लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमो रामविलास पासवान ने आज कहा कि नीतीश सरकार अपने कारणों से दो-तीन महीनों के भीतर गिर जाएगी और अक्टूबर-नवंबर तक बिहार में लोगों को नया जनादेश देने की आवश्यकता पडेगी। पासवान ने संवादाताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश की नीतीश सरकार की ओर इशारा करते हुए दावा किया कि यह सरकार अपने कारणों से दो-तीन महीनों के भीतर गिर जाएगी और अक्टूबर-नवंबर तक बिहार में लोगों को नया जनादेश देने की आवश्यकता पडेगी और राजग सौ प्रतिशत सीटें लाएगी और उसकी सरकार बनेगी।

उन्होंने कहा कि वे लोजपा और राजग के सभी कार्यकर्ताओं से अपील करते हैं कि वे अभी से ही बिहार विधानसभा के चुनाव की तैयारी में लग जाएं। पासवान ने कहा कि इस चुनाव परिणाम से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढा है और जो राजग का प्रदर्शन रहा है वह साफ प्रकट करता है कि आगे आने वाले दिनों में राजग की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि जो लोग यह कह रहे थे कि लोजपा का जनाधार खत्म हो गया है उनको पता चल गया है कि लोजपा का जनाधार क्या है और इस चुनाव में बिहार में भाजपा के बाद लोजपा ही सबसे अधिक सीट जीती है।

लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के सात उम्मीदवारों में से छह की जीतने तथा नरेंद्र मोदी को बधायी दी और कहा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के नेतृत्व में जिस कुशलता के साथ उन्होंने राजग को मजबूत करने को काम किया है उसके लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहते हैं।

पासवान ने लोकसभा चुनाव में राजग को जनादेश देने के लिए बिहार और देश की जनता को बधायी देते हुए कहा कि जो लोग भी नरेंद्र मोदी को संप्रदायिक कहते हैं यह उन लोगों का अपमान है जिन्होंने राजग का नेतृत्व कर रहे मोदी को वोट दिया और उन्हें सांप्रदायिक बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के अपने कार्य से सांप्रदायिकता को बढावा मिल रहा है और यही कारण है कि उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर से मुलायम सिंह की पार्टी सपा और मायावती की पार्टी बसपा का सफाया हो गया तथा बिहार से लालू साफ हो गए। पासवान ने यह दावा किया कि इस चुनाव में बिहार में जाति की राजनीति अब समाप्त हो गयी है और जो भी कुछ बची है वह बिहार विधानसभा के चुनाव तक पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए पासवान ने कहा, अभी भी कुछ नेता ऐसे हैं जिन्हें इस जनादेश की आभास समझ में नहीं आ रहा है और वे शुतुरमुर्ग के समान टंगडी उठाए हुए हैं कि हमी आकाश को रोक रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग इतने बडे जनादेश का अनादर कर रहे हैं और वे नरेंद्र मोदी के जिस ज्वार भाटा को रोकने चले थे उसमें स्वयं बह गए। लालू और नीतीश पर अहंकार में डूब जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनसे बिहार को जनता को निजात मिली है।

उन्होंने नीतीश और लालू की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक (नीतीश) तो स्वयं प्रधानमंत्री बनने और दूसरे (लालू) प्रधानमंत्री बनाने का दावा कर रहे थे। ऐसे में लोकसभा चुनाव परिणाम के जरिए जनता ने दोनों को सबक सिखा दिया है।

पासवान ने कहा कि नरेंद्र मोदी की बनने वाली सरकार के बारे में उन्हें पूरा विश्वास है कि यह सरकार जनता के आकांक्षा और आशा के अनुरूप अपने को साबित करेगी। पासवान ने कहा कि लोजपा राजग का घटक दल है और हमारे उपर यह कांटों भरा ताज होगा और हमें बहुत सावधानी के साथ जनता का विश्वास हैं उसे कायम रखने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ पार्टी संसदीय बोड के सभी सदस्य और नेताओं को धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने न केवल इस गठबंधन के लिए उनसे फैसला करवाया और पूरे चुनाव का संचालय पारस ने जिस प्रकार से किया उसका आज नतीजा है कि लोजपा ने लोकसभा चुनाव में इतना बढिया प्रदर्शन किया।

लोजपा के एकमात्र हारने वाले उम्मीदवार सत्येंद्र शर्मा के बारे में रामविलास पासवान ने कहा कि उन्हें साजिश के तहत हराया गया है तथा शर्मा इसको लेकर चुनाव आयोग को लिखेंगे। पासवान ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में लोजपा के छह उम्मीदवार विजयी रहे जबकि पहलवान लाने और सीट पाने की नसीहत देने वाले स्वयं धराशायी हो गए और लोजपा के पहलवान (उम्मीदवार) रामा किशोर सिंह वैशाली से चुनाव जीत गए हैं।

राजद के साथ अपने पुराने गठबंधन के बारे में पासवान ने कहा कि आज अगर उनके साथ उनका गठबंधन जारी रहता तो इस चुनाव में उनकी पार्टी की क्या दुर्दशा होती इस बारे में वे नहीं जानते हैं पर उसका लाभ उसे (राजद) को मिल जाता। उन्होंने कहा कि लोजपा अब राजग का अभिन्न अंग बन चुकी है बिहार विधानसभा चुनाव के बाद भी उसके साथ रहेगी।

केंद्र में बनने वाली नरेंद्र मोदी सरकार में लोजपा से कितने मंत्रिपरिषद में शामिल होंगे पासवान ने कहा कि हमारी पार्टी ने राजग के साथ मंत्रिपरिषद में शामिल किए जाने के लिए समझौता नहीं किया है। हमारी पार्टी का मुख्य लक्ष्य नरेंद्र मोदी के विकास की घोषणा हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हमें जो ताज मिला है उस पर हम कैसे खरे उतरें और अगर छह महीने के भीतर बेहतर परिणाम नहीं दे सके तो उसके बाद होने वाले चुनाव में जनता को क्या बताएंगे।


First Published: Saturday, May 17, 2014, 15:38

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