Last Updated: Thursday, December 27, 2012, 09:11
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काहिरा : मिस्र के राष्ट्रपति मुहम्मद मुरसी ने देश के लोगों को जनमत संग्रह के जरिए मिले नए संविधान की बधाई दी और विपक्ष से तनाव दूर करने के लिए उनसे राष्ट्रीय स्तर पर वार्ता करने की अपील की।
नया संविधान मंजूर किए जाने के बाद देश को अपने पहले संबोधन में मुरसी ने लोगों से देश की स्थिरता और सुरक्षा के लिए काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मैं सभी पार्टियों और राजनैतिक शक्तियों को फिर से राष्ट्रीय वार्ता में शामिल होने का न्योता देता हूं।
गौरतलब है कि आज एक जनमत संग्रह में राष्ट्रपति मुहम्मद मुरसी और उनके इस्लामी सहयोगियों द्वारा तैयार किए गए संविधान को स्वीकार कर लिया गया। मतदादाताओं ने इस संविधान का बड़े पैमाने पर समर्थन किया है लेकिन विपक्ष का कहना है कि इसमें देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे के साथ समझौता किया गया है।
सरकारी चैनल नाइल न्यूज टीवी पर जनमत संग्रह के परिणामों की घोषणा करते हुये उच्च न्यायिक चुनाव आयोग ने बताया कि जनमत संग्रह में करीब दो तिहाई प्रतिशत मतदाताओं ने देश के नए संविधान का समर्थन किया है। आयोग ने कहा कि 63 प्रतिशत या करीब एक करोड़ छह लाख मतदाताओं ने नए संविधान का समर्थन किया जबकि 36.2 फीसदी मतदाताओं ने इसके खिलाफ मतदान किया।
राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता यासिर अली ने बताया कि जनमत संग्रह के नतीजो का एलान होने के तत्काल बाद मुरसी ने हस्ताक्षर किया और इसके साथ ही क्रांति के बाद मिस्र को उसका पहला संविधान मिल गया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 27, 2012, 09:11