Last Updated: Sunday, November 27, 2011, 16:28
बेरूत : अरब लीग ने रविवार को सीरिया के खिलाफ प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को अपार समर्थन के साथ पारित कर दिया। यह प्रतिबंध पिछले आठ महीने से शांतिपूर्ण प्रदर्शनकर्ताओं के खिलाफ सीरिया सरकार द्वारा अपनाए गए हिंसक दमन को समाप्त करने के लिए लगाए गए हैं। अरब लीग की ओर से किसी अरब देश के खिलाफ यह कदम अभूतपूर्व है।
मतदान से पहले दमिश्क ने इस कदम को अरब एकजुटता के साथ धोखाधड़ी करार देते हुए इसकी निंदा की थी।
पहले से ही अर्थिक प्रतिबंधों का सामना कर रही सीरिया सरकार के लिए यह प्रतिबंध बड़ा झटका है क्योंकि वह स्वयं को अरब राष्ट्रीयता का उर्जा गृह मानता है।
काहिरा में एक संवाददाता सम्मेलन में कतर के विदेश मंत्री हमद बिन जासीम ने कहा कि अरब लीग के 22 में से 19 सदस्यों ने सीरिया पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव का समर्थन किया। इराक और लेबनान मतदान में अनुपस्थित रहे। लीग के प्रतिबंधों में सीरिया के केन्द्रीय बैंक के साथ लेन-देन करने, सीरिया सरकार के कार्यक्रमों को सहायता देने आदि पर प्रतिबंध लगाया है।
बिन जासीम ने कहा, हमारा लक्ष्य सीरिया के लोगों की तकलीफों को कम करना है। सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ हिंसा के कारण उस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक मार्च से अभी तक हिंसा की इन घटनाओं में 3,500 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। यूरोपीय संघ और अमेरिका ने असद और उनकी सरकार के खिलाफ कई प्रतिबंध लगाए हैं जिनमें सीरिया से तेल के आयात पर प्रतिबंध भी शामिल है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 27, 2011, 22:15