'सीरिया में संघर्ष से कठिन होगी समाधान की राह'

'सीरिया में संघर्ष से कठिन होगी समाधान की राह'

संयुक्त राष्ट्र : भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सीरियाई पक्षों को अपना सैन्य रुख छोड़ने को लेकर संदेश भेजने का आह्वान करते हुए कहा है कि संघर्ष के सैन्यीकरण से राजनीतिक समाधान कठिन हो जाएगा और मानवीय संकट और गहराएगा।

हिंसा और मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा करते हुए भारत ने कहा कि यह ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है कि सीरियाई संघर्ष में किसी भी पक्ष ने सुरक्षा परिषद समर्थित पूर्व अंतरराष्ट्रीय दूत कोफी अन्नान के छह सूत्री शांति योजना का पालन नहीं किया।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रभारी विनय कुमार ने सीरिया के बारे में सुरक्षा परिषद को बताया ‘‘सीरिया में मौजूदा हालात के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर सीरिया के सभी पक्षों से सैन्य रुख को छोड़ने और सीरियाई नेतृत्व वाले राजनीतिक प्रक्रिया से संकट के समाधान के लिए कहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के पास हिंसा को छोडने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। सीरियाई संघर्ष के किसी भी तरह सैन्यीकरण से कोई राजनीतिक समाधान नहीं निकलेगा, बजाय इसके इससे मानवीय संकट और बढ जाएगा।

कुमार ने कहा, मानवीय स्थिति के किसी भी तरह सैन्यीकरण होने से सुरक्षा स्थिति और खराब होगी। साथ ही लाखों सीरियाई लोगों की जिंदगी बदतर होगी, जिससे बचा जाना चाहिए।

कुमार ने कहा कि दुर्भाग्य से सीरिया में विभिन्न पक्ष सीरिया के नेतृत्व वाले राजनीतिक प्रक्रिया पर गंभीरता से विचार करने के स्थान पर सैन्य विकल्पों को आजमा रहे हैं।

पिछले साल मार्च में संकट शुरू होने के बाद से सीरिया में स्थिति दिनों दिन लगातार खराब होती गयी और अब तक हिंसा में करीब 17,000 लोगों की जान जा चुकी है। 25 लाख लोगों को मानवीय सहायता उपलब्ध कराने की जरूरत है जबकि दस लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं और 200,000 से ज्यादा लोगों को शरण लेनी पड़ी है। (एजेंसी)

First Published: Friday, August 31, 2012, 14:05

comments powered by Disqus