नौसेना के लिए बड़ा झटका है सिंधुरक्षक हादसा

नौसेना के लिए बड़ा झटका है सिंधुरक्षक हादसा

नौसेना के लिए बड़ा झटका है सिंधुरक्षक हादसानई दिल्ली : पहले से ही पनडुब्बियों की कमी से जूझ रही भारतीय नौसेना के लिए अपनी सबसे नई और बेहतरीन पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक को खोना बड़ा झटका है। मौजूदा पनडुब्बी बेड़े की कम होती परिचालन क्षमता और उनके स्थान पर नई पनडुब्बियों के मिलने में हो रही देरी के मद्देनजर नौसेना ने उनका जीवनकाल बढ़ाने के उद्देश्य से उनकी तैनाती में कुछ परिवर्तन किए हैं।

एक वरिष्ठ नौसेना अधिकारी ने बताया कि ऐसी स्थिति में सिंधुरक्षक सहित रूस द्वारा आधुनिकीकरण के बाद आई चार अन्य पनडुब्बियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होने वाली थी लेकिन इस हादसे के कारण परिचालन में तत्परता बनाए रखने के लिए नई योजनाएं बनानी पड़ेंगी।

नौसेना के पास अब 14 पनडुब्बियों का बेड़ा है, जिसमें रूस के किलो क्लास की नौ, चार जर्मन एचडीडब्ल्यू और पिछले वर्ष रूस से लीज पर ली गई एक परमाणु पनडुब्बी आईएनएस चक्र शामिल है। सिंधुरक्षक अगले कुछ दिनों में अपने नए मिशन पर रवाना होने वाला था। घटना के वक्त नौसेना की गोदी में खड़ी यह पनडुब्बी पूरी तरह हथियारबंद थी। उसमें सभी टारपिडो और पोत को मार गिराने की क्षमता वाली मिसाइलें लगी हुई थीं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, August 14, 2013, 23:11

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