Last Updated: Sunday, March 9, 2014, 18:38
बंबई उच्च न्यायालय ने अपने एक फैसले में कहा है कि हनीमून के दौरान अपने जीवनसाथी से संसर्ग से इनकार करना किसी प्रकार का अत्याचार नहीं है। अदालत ने इसके साथ ही इस आधार पर एक दंपति की शादी को भंग करने के संबंध में परिवार अदालत द्वारा दिए गए फैसले को भी खारिज कर दिया।
Last Updated: Wednesday, November 6, 2013, 23:37
बात करेंगे मायानगरी में एक बाप के घिनौने पाप की, लेकिन पहले खबर देश की राजधानी से। जहां एक शख्स ने 8 साल की बच्ची से बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी। जो बेटी कभी मां-बाप की गोद में खेलती थी। अब वो बेजान होकर लाश में तब्दील हो चुकी है।
Last Updated: Saturday, October 5, 2013, 17:49
दिल्ली पुलिस ने आज यहां की एक अदालत में वसंत कुंज के एक घर में अपनी मालकिन के हाथों कथित रूप से यातनाओं की शिकार लड़की के बयान पेश किये। ये बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किये गये थे और इसमें पीड़ित ने दर्द की पूरी कहानी बयां की थी।
Last Updated: Monday, September 30, 2013, 20:48
ओडिशा की राजधानी में एक स्तब्धकारी घटना के तहत एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के बेवफा होने के शक में उसका सिर मुंड दिया, उसकी ठुड्डी पर काले मस्से को गर्म कील से निकाल दिया, टूटी ट्यूबलाइट को उसके पेट में भोंक दिया और उसके गुप्तांगों को सिल दिया ।
Last Updated: Sunday, August 4, 2013, 18:49
फिल्म ‘गुलाब गैंग’ में धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित एक ऐसी महिला का किरदार निभा रही हैं जो महिलाओं के एक समूह के जरिए औरतों के हक एवं अधिकारों की लड़ाई लड़ती है। माधुरी का कहना है कि इस फिल्म में उनका किरदार काफी ताकतवर है।
Last Updated: Sunday, January 20, 2013, 19:29
द्रमुक अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने श्रीलंका में तमिल समुदाय पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि भारत पर ऐसा करने का ‘नैतिक दायित्व’ है।
Last Updated: Tuesday, February 28, 2012, 15:24
गुजरात हाईकोर्ट ने निलंबित पुलिस अधिकारी संजीव भट्ट के खिलाफ वर्ष 1990 के पुलिस अत्याचार मामले में सुनवाई पर रोक लगाने से मंगलवार को इनकार कर दिया।
Last Updated: Wednesday, February 22, 2012, 03:59
निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट के खिलाफ दो दशक से अधिक पुराने कथित पुलिस अत्याचार के मामले में आरोप तय किए जाने का रास्ता साफ हो गया है।
Last Updated: Thursday, February 9, 2012, 17:16
अत्याचार के शिकार हुए अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के लोगों को पहले के मुकाबले 150 फीसदी अधिक मुआवजा मिलेगा। मौजूदा समय में किसी भी पीड़ित को 20 हजार से ढाई लाख रुपये के बीच मुआवजा मिलता है।
more videos >>