Last Updated: Monday, December 10, 2012, 19:06
पाकिस्तान सरकार की ओर से जानवरों की खाल जमा करने पर लगी पाबंदी को धता बताते हुए जमात-उद-दावा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे चरमपंथी संगठनों ने ईद-उल-अज़हा के दौरान इकट्ठा की गयी खालों का सौदा कर 78 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की ।