`दरिंदगी` से शर्मसार होता देश और समाज

Last Updated: Thursday, August 29, 2013, 20:33

एक बार फिर देश शर्मसार है। समाज के लिए कुछ सोचने और चिंतन मनन का समय है कि आखिर ऐसा क्यों। पिछले साल 16 दिसंबर को `निर्भया` के साथ हुए गैंगरेप की वारदात से देश दहल गया था।

एक अबूझ पहेली है आतंकवादी यासीन भटकल

Last Updated: Tuesday, September 3, 2013, 15:38

इंडियन मुजाहिदीन का सह-संस्थापक और देश में कई बड़े धमाकों में शामिल यासीन भटकल को भारत-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया है। भटकल भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए हमेशा से एक अबूझ पहेली रहा है।

सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप ठीक नहीं

Last Updated: Wednesday, August 28, 2013, 17:03

दमिश्क के बाहरी इलाके में कथित रासायनिक हमले के बाद अमेरिका और पश्चिमी देश सीरिया पर हमले का मन करीब-करीब बना चुके हैं। रिपोर्टों पर विश्वास करें तो सीरिया को चौतरफा घेर लिया गया है।

भव्य राम मंदिर निर्माण का है सपना: विनय कटियार

Last Updated: Tuesday, August 27, 2013, 21:28

बीजेपी सांसद और वरिष्ठ नेता विनय कटियार के साथ ज़ी रीजनल चैनल्स के संपादक वासिंद्र मिश्र ने `सियासत की बात` कार्यक्रम में खास बातचीत की। पेश हैं इसके मुख्‍य अंश।

क्या सचमुच अयोध्या का मैच ‘फिक्स’ है ?

Last Updated: Monday, August 26, 2013, 12:41

अयोध्या में चौरासी कोसी परिक्रमा को लेकर पिछले एक हफ्ते से जो सियासी ड्रामा चल रहा है उसका फायदा किसे मिलने वाला है? ये सवाल देश के राजनीतिक गलियारों में तैर रहा है। न तो इस वक्त 1992 वाले हालात हैं, न देश का आम मुसलमान या हिंदू, ऐसे किसी भी विवाद या तनाव के लिए तैयार है।

संत, संयम और संन्यास

Last Updated: Friday, August 23, 2013, 14:19

आसाराम बापू पर लगे आरोपों के बाद एक बार फिर पूरे संत और कथावाचक समाज पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल ये कि आखिर ये कथित संत अपने गृहस्थ जीवन को छोड़कर संन्यास की ओर जाते ही क्यों हैं? समाज के दूसरे लोगों को चरित्र निर्माण और संयम की दीक्षा देने वाले ये लोग आखिर खुद मानसिक और यौन विकृतियों का शिकार हो रहे हैं?

भाषा की राजनीति

Last Updated: Friday, August 23, 2013, 13:56

भाषा को किसी जाति और संप्रदाय से जोड़कर देखने वाले देश के नेताओं और राजनीतिक दलों को देश के ही अलग-अलग राज्यों में भाषा को बचाए रखने के लिए जद्दोजहद कर रहे लोगों की चिंता कभी दिखाई नहीं देती। कभी हिंदी तो कभी संस्कृत, उर्दू, मराठी, बांग्ला के नाम पर अपना राजनीतिक वोट बैंक बनाने में लगे ये नेतागण जमीनी तौर पर कभी भी संजीदा दिखाई नहीं देते।

84 कोसी परिक्रमा बना सियासत का कुरुक्षेत्र

Last Updated: Friday, August 23, 2013, 11:24

मर्यादा पुरुषोत्‍तम राम की नगरी अयोध्या एक बार फिर से सियासत का कुरुक्षेत्र बनने की ओर अग्रसर है। सियासी गर्मी का जिक्र यहां सवालों से ही शुरू करते हैं। क्‍या अयोध्‍या की 84 कोस की परिक्रमा से ही आगामी आम चुनाव यानी लोकसभा चुनाव 2014 को नापने की तैयारी की जा रही है।

दुनिया को बेहद करीब से देखते हैं गुलज़ार

Last Updated: Sunday, August 18, 2013, 16:02

एक संवेदनशील शायर और आसपास की दुनिया को बेहद करीब से देखने वाले गुलज़ार साहब के लिए जन्मदिन का मायना भले ही ये हो सकता है लेकिन अपने बेहतरीन लफ्ज़ों की बदौलत उन्होंने साहित्य और संगीत को जो दिया है, वो एक बेमिसाल ख़ज़ाना है।

भगवान शंकर की उपनगरी है माउंटआबू

Last Updated: Saturday, August 17, 2013, 09:18

वाराणसी भगवान शंकर की नगरी कही जाती है जहां के बारे में पौराणिक मान्यता है कि भगवान शंकर यहां के कण-कण में विराजमान हैं। दूसरी तरफ भगवान शंकर के ज्योतिर्लिंग (12) जहां है वह स्थान भी भगवान शंकर की उपनगरी के नाम से जानी जाती है जहां भोले की विशेष कृपा कही जाती है। राजस्थान के माउंटआबू को अर्धकाशी माना जाता है।