Last Updated: Wednesday, March 19, 2014, 09:56

वॉशिंगटन : क्रीमिया को खुद में मिलाने के रूस के कदम की निंदा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को तत्काल यूक्रेन भेजने पर सहमति जताई।
ओबामा और एंजेला के बीच टेलीफोन पर बातचीत होने के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि नेताओं ने क्रीमिया को खुद में मिलाने के रूस के कदम की निंदा की। यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। व्हाइट हाउस ने कहा कि उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि ‘ऑर्गनाइजेशन फॉर सिक्योरिटी कोऑपरेशन इन यूरोप’ और संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को तत्काल दक्षिणी और पूर्वी यूक्रेन भेजना महत्वपूर्ण है।
ओबामा और मर्केल ने यूक्रेन संकट के हल के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर राजनयिक माध्यमों से इस तरह दबाव बनाते रहने पर सहमति जताई जिससे रूस और यूक्रेन दोनों देशों की जनता के हितों की रक्षा होगी। इस बीच, यूक्रेन से रूसी सैनिकों को वापस बुलाने के लिए मास्को पर दबाव बनाने में नाकाम रहे अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि मास्को गलत राह पर जा रहा है।
केरी ने कल विदेश मंत्रालय के एक आयोजन के दौरान कहा कि (रूसी) राष्ट्रपति (व्लादिमीर पुतिन) के पास इतिहास के लिए भले ही अपना नजरिया हो, लेकिन मैं मानता हूं कि उन्होंने और रूस ने जो किया है उसके बाद वह इतिहास के गलत रास्ते पर हैं। मास्को में पुतिन के भाषण के तत्काल बाद केरी ने कहा कि राष्ट्रपति ने तथ्यों को जिस तरह पेश किया उससे वह आश्चर्यचकित और निराश हैं। एक सवाल के जवाब में केरी ने कहा कि पुतिन ने अपने भाषण में कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर पूर्व और पश्चिम के बीच संघर्ष की कल्पना नहीं करते, रूसियों और यूक्रेन वासियों के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं और वह देखना चाहते हैं कि क्या वे भविष्य में इस मुद्दे का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान कर सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 19, 2014, 09:56