Last Updated: Wednesday, March 19, 2014, 17:05

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा है कि क्रीमिया मुद्दे को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इतिहास में छवि गलत तरीके से कार्य करने वाले देश के तौर पर दर्ज होगी। इसके साथ ही अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय विरोध के बावजूद क्रीमिया को अवैध तरीके से रूस में शामिल करने के नतीजों को लेकर उन्हें आगाह किया।
अमेरिकी विदेश मंत्री जान कैरी ने यूक्रेन के संकट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की अपनी राय हो सकती है ,लेकिन उनका मानना है कि पुतिन और रूस ने जो किया है, उसको लेकर इतिहास में उनकी छवि गलत काम करने वाले देश के तौर पर दर्ज होगी।
पुतिन के क्रीमिया को रूसी भूभाग में मिलाने के संबंध में एक संधि पर हस्ताक्षर करने के बाद कैरी ने कहा कि जिस प्रकार तथ्यों की व्याख्या की गयी, उससे वह चकित रह गए और कुछ हद तक दुखी भी हैं। व्हाइट हाउस ने कहा कि यूक्रेन के प्रांत क्रीमिया को खुद में मिलाने के लिए रूस के कदम से मास्को की विश्वसनीयता और अंतरराष्ट्रीय छवि प्रभावित हुयी है।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने भी रूस को चेतावनी दी कि वह क्रीमिया को अवैध रूप से अपने में मिलाने के नतीजों का सामना करने के लिए तैयार रहे। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि वहां कराए गए जनमत संग्रह के परिणाम और यूक्रेन के एक क्षेत्र को अवैध रूप से अपने में मिलाने के प्रयास को अमेरिका तथा अंतराष्ट्रीय समुदाय कभी मान्यता नहीं देगा।
व्हाइट हाउस ने कहा कि वह भारत सहित अंततराष्ट्रीय समुदाय से उम्मीद कर रहा है कि वे रूस के कदम की निंदा करेंगे और ओबामा प्रशासन ने यूक्रेन के लिए समर्थन जुटाने की खातिर अपना प्रयास तेज कर दिया है। इस कार्रवाई को लेकर अलग थलग पड़ने की आशंका के बीच पुतिन ने कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ स्थिति को लेकर बातचीत की । सिंह ने देशों की एकता और क्षेत्रीय अखंडता को लेकर भारत के रूख को रेखांकित किया और उम्मीद जतायी कि इस मुद्दे का राजनयिक हल निकल आएगा।
सिंह ने उम्मीद जतायी कि सभी पक्ष संयम का परिचय देंगे और मिल कर काम करेंगे ताकि राजनीतिक और राजनयिक हल निकल सके। व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने संकेत दिया कि अमेरिका चाहता है कि भारत क्रीमिया में रूसी सैन्य कार्रवाई की निंदा करे।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) प्रवक्ता एल एल मैग्न्यूसन ने पीटीआई से कहा कि यूक्रेन को लेकर अमेरिका यूरोप और समूह सात के अपने सहयोगियों सहित अन्य देशों के साथ मशविरा कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय रूस की कार्रवाई की निंदा करे और यूक्रेन का समर्थन करे।
क्रीमिया को रूस में मिलाने के मुद्दे पर राष्ट्रपति बराक ओबामा और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने टेलीफोन पर बातचीत की। उनकी बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने कल कहा कि दोनों नेताओं ने क्रीमिया को खुद में मिलाने के रूस के कदम की निंदा की। यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को तत्काल यूक्रेन भेजने पर सहमति जतायी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 19, 2014, 16:06