Last Updated: Thursday, January 17, 2013, 15:15
महाकुंभ मेले में मौजूद 13 अखाड़ों में प्रवेश करते ही अनेक तरह के साधु-संन्यासियों के दर्शन होते हैं। कोई हठ योगी है तो कोई धुनी रमाये नागा संन्यासी। लेकिन सभी अखाड़ों में चार ऐसे भी संन्यासी होते हैं जिनकी नजर हर आने जाने वालों पर होती है। इन साधुओं को अखाड़े और धर्म ध्वाजा के रक्षक यानी अखाड़ा कोतवाल कहते हैं।