Last Updated: Tuesday, January 28, 2014, 17:51
गुजरात में 2002 के दंगों के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणियों की कड़ी आलोचना करते हुए भाजपा ने मंगलवार को कहा कि उस हिंसा को रोकने के लिए राज्य पुलिस की फायरिंग में कई दंगाई मारे गए जबकि 1984 के सिख विरोधी दंगे ‘राज्य प्रायोजित’ थे जिसे रोकने के लिए पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई और दंगाई भीड़ ‘खून का बदला खून’ के नारे लगा कर खुलेआम सिखों की हत्याएं करती रही।