Last Updated: Thursday, July 5, 2012, 10:39
विश्व की निगाहें यूरोपियन सेंटर फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न) पर केंद्रित हैं, जिसने गॉड पार्टिकल की खोज करने का दावा किया लेकिन इसके सुखिर्यों में आने के पीछे भारतीय वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी का भी अहम योगदान है। इस खोज से ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्यों को समझने में मदद मिलेगी। यह खोज भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस के नाम से जुड़ा है, जिस बोसोन की खोज हुई है, उसका नाम बोस पर आधारित है। यानी भारतीय वैज्ञानिक बोस के नाम से निकला है बोसोन।