Last Updated: Wednesday, February 19, 2014, 16:01
वोट की राजनीति की वजह से उत्तर भारत में बुरी तरह परेशान कांग्रेस ने अब पूरा ध्यान दक्षिण भारत पर लगा दिया है। हालांकि कांग्रेस की इस पूरी कवायद का उसे कितना फायदा होगा ये तो भविष्य के गर्भ में छिपा है लेकिन इसका एक नतीजा जो लगभग तय लग रहा है वो ये है कि देश में एक बार फिर से अलगाववादी ताकतों को आवाज उठाने का मौका मिल सकता है।