घोटाले और भ्रष्टाचार: सिल पर पड़त निशान

Last Updated: Monday, September 17, 2012, 13:43

करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान, रसरी आवत जात से सिल पर पड़त निशान। झारखंड के संथाल परगना से निकलने वाली एक आदिवासी पत्रिका में दोहे की इन्हीं पंक्तियों के जरीये प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर प्रहार किया गया है।

सरकारी फिजूलखर्ची का तमाशा

Last Updated: Wednesday, September 12, 2012, 19:52

फिजूलखर्ची वाकई एक तमाशा है। एक ऐसा तमाशा जिसपर कोई रोता है तो कोई हंसता है। एक स्वीडिश चिंतक का कहना है, `मैं चाहता हूं कि लोग मेरी फिजूलखर्ची पर भले रोएं लेकिन मेरी आर्थिक हैसियत पर जरूर हंसें।`

सचिन, संन्यास और बहस

Last Updated: Saturday, September 8, 2012, 21:18

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से वीवीएस लक्ष्मण की संन्यास की घोषणा अप्रत्याशित नहीं थी लेकिन हैरान करने वाला था। कमोबेश यह सबको पता था कि न्यूजीलैंड टेस्ट मैंचों की श्रृंखला के बाद वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं लेकिन उन्होंने श्रृंखला से ठीक पहले संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया।

सोशल साइट पर न्यूड रेस: शर्लिन VS पूनम

Last Updated: Wednesday, September 12, 2012, 17:11

टॉपलेस, न्यूड और अपलोड। अगर आप अखबारी दुनिया से नाता रखते हैं। इंटरनेट पर सर्फिंग की दुनिया में खबरों के समंदर में तैरते हैं तो आपको ये शब्द जरूर नजर आए होंगे।

कोयला आवंटन के बाद लूट का खेल

Last Updated: Wednesday, September 5, 2012, 14:07

कोयला मंत्रालय के दस्तावेजों में 58 कोयला ब्लाक कटघरे में हैं। इनमें 35 कोयला ब्लाक पाई निजी कंपनिया ऐसी हैं, जो या तो राजनीतिक नेताओं से जुड़ी हैं या फिर मंत्री, सांसदों या सीएम के कहने पर आंवटित की गई हैं। किसी की सिफारिश मोतीलाल वोहरा ने की।

राज की अनर्गल बयानबाजी में पिसता आम आदमी

Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 21:02

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच एक बार फिर वाकयुद्ध छिड़ गया है। राज ठाकरे ने कहा, बिहारियों को महाराष्ट्र से खदेड़ देंगे तो इस पर नीतीश ने कहा कि ऐसी बंदर-घुड़की से कोई डरने वाला नहीं है, जहां कहीं भी बिहार के लोग हैं वे अपने को सुरक्षित महसूस करें। इस बयानबाजी के चलते एक राज्य छोड़कर दूसरे राज्य में नौकरी-पेशा करने वालों के बीच भय का माहौल बन जाता है। कई बार तो नेताओं की इस तरह की बयानबाजी हिंसा का रुप ले लेती है।

कोयला धांधली: ‘महालूट’ का गोरखधंधा और सियासी पेंच

Last Updated: Friday, August 31, 2012, 08:19

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने बीते हफ्ते कोयला ब्‍लॉक आवंटन, रिलायंस पावर को अतिरिक्‍त कोयले की आपूर्ति और दिल्‍ली एयरपोर्ट से संबंधित डायल को लेकर एक ऑडिट रिपोर्ट पेश की। इनमें कुल मिलाकर सरकारी खजाने को 3.81 लाख करोड़ रुपये की चपत लगने की बात सामने आई है।

कमाई की यूएसपी बन गए हैं सलमान

Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 20:48

सलमान खान बॉलीवुड के अब ऐसे सितारे बन गए हैं जिनके नाम से फिल्में हिट होती है। कमाई का रिकॉर्ड बनाती है। कामयाबी का परचम लहराती है। उनकी फिल्में इस बात की गारंटी बन जाती है कि वह करोड़ की कमाई कर 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो जाएगी।

कोयला खदान के लाइसेंस बांटने में किसके हाथ काले

Last Updated: Saturday, August 25, 2012, 16:38

इंदिरा गांधी ने 1973 में कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण किया तो मनमोहन सिंह ने 1995 में ही बतौर वित्त मंत्री कोल इंडिया लिमिटेड से कहा कि सरकार के पास देने के धन नहीं है और उसके बाद कोल इंडिया में दोबारा ठेके पर काम होने लगा।

महंगाई पर बेनी के बयान की सार्थकता

Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 21:03

पहली बार किसी केंद्रीय मंत्री ने किसानों के हितों के बारे बोला तो बवाल मचने लगा। मीडिया से लेकर राजनीतिक हलकों में बढ़ती महंगाई पर बेनी के बयान की थू-थू हो रही है। भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, जदयू समेत सभी विपक्षी पार्टियां बेनी के महंगाई पर दिये गए बयान को जनविरोधी बता रहे हैं। जबकि कांग्रेस के दूसरे नेता चुप्पी साधे हुए हैं। हां, बेनी ने महंगाई पर जो बयान दिया उसमें थोड़ी स्पष्टता की कमी है। उन्होंने कृषि उत्पादों की कीमत बढ़ने को तो सही ठहराया पर उन्होंने यह नहीं कहा कि कीमत कब बढ़नी चाहिए कब नहीं।