गुवाहाटी : असम में तीन चरणों में हो रहे 2014 के लोकसभा चुनावों में पहले आम चुनावों के बाद से सर्वाधिक 16 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं। 2009 के पिछले लोकसभा चुनावों में महिला उम्मीदवारों की संख्या 11 थी।
इन 16 उम्मीदवारों में दो निवर्तमान सांसद - गुवाहाटी से भाजपा की बिजया चक्रवर्ती और लखीमपुर से कांग्रेस की रानी नाराह (केंद्रीय आदिवासी मामलों की मंत्री) शामिल हैं। दोनों ही दोबारा अपने अपने लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस ने साथ ही दो निवर्तमान विधायकों- मोरीगांव की विधायक जे बरूआ और सिलचर की विधायक सुष्मिता देवी को टिकट दिया है।
सात अप्रैल को राज्य में हुए पहले चरण के लोकसभा चुनावों में पांच महिला उम्मीदवार जबकि 12 अप्रैल को हुए दूसरे चरण के चुनाव में दो महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में थीं। 24 अप्रैल को होने वाले तीसरे एवं अंतिम चरण के चुनावों में नौ महिला उम्मीदवार मैदान में होंगी।
कांग्रेस ने तीन, भाजपा एवं असम गण परिषद (अगप) ने एक-एक, आम आदमी पार्टी (आप) ने तीन, तृणमूल कांग्रेस एवं एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) ने दो-दो, भाकपा-माले (लिबरेशन) और समाजवादी पार्टी ने एक-एक महिला उम्मीदवार उतारे हैं। साथ ही तीन महिला निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावों में खड़ी हैं।
तीसरे चरण के चुनावों में खड़ी उम्मीदवारों में गुवाहाटी से भाजपा की विजय चक्रवर्ती एवं सपा की बंदना बर्मन बरूआ, बरपेटा से एसयूसीआई (सी) की खुर्शिदा अनवर बेगम, धुबड़ी से तृणमूल कांग्रेस की जेस्मीना खातून एवं आप की नम्रता सरमा और मंगलदोई से एसयूसीआई (सी) की स्वर्णलता चलीहा शामिल हैं।
नौगांव से सबसे अधिक तीन महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिनमें कांग्रेस की जे बरूआ, अगप की मृदुला बरकाकोटी और निर्दलीय उम्मीदवार सलीमा खातून शामिल हैं। 1952 के पहले आम चुनावों से अब तक असम से केवल 15 महिला उम्मीदवार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुई हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 18, 2014, 15:39