चंडीगढ़ : पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए 23 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर अपराधों के आरोप हैं जबकि 2009 के आम चुनाव में ऐसे 18 उम्मीदवार मैदान में थे।
एसोसिएशन आफ डेमोकेट्रिक रिफार्म्स (एडीआर) द्वारा विभिन्न उम्मीदवारों के हलफनामों के विश्लेषण के अनुसार कुल 253 उम्मीदवारों में से 56 उम्मीदवारों ने एक करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति होने की घोषणा की है। भाजपा उम्मीदवारों के पास अधिकतम औसत 60 करोड़ रूपए की संपत्ति है।
फिर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे आठ प्रत्याशियों की संपत्ति में 2009 की तुलना में 44 प्रतिशत से करीब 300 प्रतिशत के बीच वृद्धि हुयी है। डीआर के संस्थापक सदस्य जगदीप छोकर ने कहा कि पंजाब में 253 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया जिनमें 23 उम्मीदवारों (नौ प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले लंबित होने की घोषणा की है। 2009 में 215 में से 18 उम्मीदवारों (8 प्रतिशत) ने आपराधिक मामले लंबित होने की घोषणा की थी।
उन्होंने बताया कि 20 उम्मीदवारों ने हत्या का प्रयास, आपराधिक भयादोहन जैसे गंभीर आरोप होने की घोषणा की है। रिपोर्ट के अनुसार इन 23 उम्मीदवारों में से कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और भाकपा (माले) के एक एक उम्मीदवार हैं।
छोकर ने बताया कि पंजाब में तीन उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या का प्रयास करने का आरोप है। ऐसे तीनों उम्मीदवार निर्दलीय हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि लुधियाना, खंडूर साहिब, बठिंडा और अमृतसर चार ऐसे लोकसभा क्षेत्र हैं जहां कम से कम तीन उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
इन 253 उम्मीदवारों में से तीन सर्वाधिक संपत्ति रखने वाले उम्मीदवारों में शिअद के कुलवंत सिंह, कांग्रेस की अंबिका सोनी और भाजपा के अरूण जेटली शामिल हैं। सिंह के पास 139 करोड़ रूपए की संपत्ति है और वह फतेहगढ़ साहिब से चुनाव लड़ रहे हैं वहीं अंबिका सोनी के पास 118 करोड़ रूपए की संपत्ति है। सोनी आनंदपुर साहिब से चुनाव लड़ रही हैं। अमृतसर से चुनाव लड़ रहे जेटली के पास 113 करोड़ रूपए की संपत्ति है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 23, 2014, 23:39