अमित शाह बोले, हथियारों के खरीद-फरोख्त में शामिल हैं अजय राय, जांच हो

अमित शाह बोले, हथियारों के खरीद-फरोख्त में शामिल हैं अजय राय, जांच होज़ी मीडिया ब्यूरो

लखनऊ : वाराणसी से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय के राइफल मुद्दे पर शाह ने कहा कि राय एक-47 राइफल की ट्रेडिंग में शामिल हैं। शाह ने कहा कि राजनीतिक शुचिता की बात करने वाली कांग्रेस को क्‍या वाराणसी से एक भी साफ सुथरा कांग्रेसी कैंडिडेट नहीं मिला कि उन्‍हें अजय राय को मैदान में लाना पड़ा। शाह ने मांग की कि कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी को इस बारे में अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। साथ ही भाजपा इस मामले की जांच की मांग करती है।

शनिवार सुबह लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण में भाजपा को अपार जनसमर्थन मिला है। दोनों चरणों के चुनाव में भाजपा 21 में से 18 सीटें जीत रही हैं। अमित शाह ने संवाददातों को यह जानकारी भी दी कि भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 24 अप्रैल को वाराणसी से नामांकन दाखिल करेंगे। शाह ने कहा कि 24 अप्रैल को मोदी के नामांकन के साथ ही मोदी नाम की लहर सुनामी में बदल जाएगी।

शाह ने भड़काऊ भाषण के मामले में चुनाव आयोग द्वारा लगायी गयी पाबंदी हटने के बाद पहली बार संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मैं कांग्रेस से एक सवाल पूछना चाहता हूं कि कुछ दिन पहले एक चैनल ने खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बताया था कि वाराणसी से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय का नाम एके-47 रायफलों के कारोबार से जुड़ा पाया गया है। मैं इसकी जांच की मांग करता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं पूछना चाहता हूं कि सार्वजनिक जीवन में शुचिता की दुहाई देने वाली कांग्रेस इस मुद्दे पर तीन दिन से चुप क्यों है। क्या कांग्रेस के पास मोदी के खिलाफ स्वच्छ छवि वाला कोई कार्यकर्ता नहीं बचा। ना सोनिया बोल रही हैं और ना राहुल। ये दोनों इस पर तत्काल प्रतिक्रिया दें और कांग्रेस का रुख स्पष्ट करें।’

शाह ने कहा कि देश में केन्द्र की सरकार बदलने का मूड बना है। कांग्रेस हाल में जिस तरह से मुद्दे उठा रही है उससे लगता है कि उसके पास मुद्दों की कमी है। केन्द्र में 10 साल तक राज करने वाली सरकार अपनी उपलब्धियों को बताने के बजाय व्यक्तिगत आरोप लगा रही है। वह जनता के सवालांे का जवाब नहीं दे पा रही है। रुपये का अवमूल्यन, महिला सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा तथा भ्रष्टाचार के मुद्दों पर जवाब देने के बजाय कांग्रेस के शीर्ष नेता व्यक्तिगत आरोपों पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।

शाह ने कहा, ‘कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपील करते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा होनी चाहिये, भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिये। मैं पूछता हूं कि केन्द्र में 10 साल तक आपकी सरकार थी तब आपने यह सब क्यों नहीं किया।’ उन्होंने कहा, ‘राहुल बड़ी रसूखदार स्थिति में रहे हैं। देश की जनता में इतनी निराशा क्यों है। देश ठगा हुआ क्यों महसूस कर रहा है। सबसे भ्रष्ट सरकार संप्रग-दो की सरकार रही है। आजादी के बाद सबसे बड़ी महंगाई की मार जनता पर पड़ी तो उसकी जिम्मेदार संप्रग की सरकारें हैं। सीमाओं की सुरक्षा और विदेश नीति के मुद्दे पर केन्द्र की सबसे हास्यास्पद स्थिति रही। इसका जवाब कोई कांग्रेस नेता नहीं देता।’

चुनाव आयोग की पाबंदी से मुक्ति पाये शाह ने अब भी वैसा ही प्रतिबंध सहन कर रहे सपा नेता आजम खां द्वारा आयोग के बारे में की जा रही ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणियों के बारे में सवाल होने पर दो टूक कहा कि सबको आयोग का सम्मान करना चाहिये। यह पूछे जाने पर कि क्या कभी उन्होंने केन्द्र में भाजपा की सरकार बन जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार को गिरा देने की बात कही थी, शाह ने कहा, ‘हमने सरकार गिराने की बात नहीं कही थी, हमने कहा था कि जनादेश को देखकर सरकार खुद गिर जाएगी।’

यह कहे जाने पर कि भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण केजरीवाल को वाराणसी में बार-बार अपना ठिकाना बदलना पड़ रहा है, शाह ने कहा कि यह आरोप गलत है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा कार्यकर्ता ऐसा काम नहीं कर सकते, हम चाहते हैं कि सबको अपनी बात कहने और जनता के बीच अपना पक्ष रखने का मौका मिलना चाहिये।’ (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Saturday, April 19, 2014, 13:02
First Published: Saturday, April 19, 2014, 13:02
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