लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव अमित शाह ने बदला लेने वाले बयान को लेकर उत्तर प्रदेश में दो प्राथमिकी दर्ज होने के बाद संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय की शरण ली है। इस मामले में उच्च न्यायालय गुरुवार को सुनवाई करेगा। संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए शाह ने बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को रद्द करने और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है।
न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार और निर्वाचन आयोग से बयान की सीडी मांगी है। न्यायालय गुरुवार दोपहर शाह की याचिका पर सुनवाई करेगा। माना जा रहा है कि न्यायालय बयान की सीडी देखने के बाद प्राथमिकी रद्द करने और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग पर फैसला लेगा।
आरोप है कि शाह ने बीते दिनों बिजनौर और शामली में जाट समुदाय के लोगों से इस चुनाव में बदला लेने के लिए कहा। इस मामले में दोनों जिलों में शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। राजनीतिक दलों की शिकायत पर निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार से बयान का वीडियो तलब कर शाह से इस पर 9 अप्रैल तक स्पष्टीकरण मांगा था।
शाह की तरफ से बचाव में चुनाव आयोग से कहा गया कि बदला लेने के लिए कहने का उनका मतलब बदलाव से था। शाह ने उत्तर प्रदेश सरकार पर बयान के वीडियो में छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 9, 2014, 19:18