ज़ी मीडिया ब्यूरोअमृतसर : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सौतेले भाई दलजीत सिंह कोहली के भाजपा में शामिल होने पर जहां कांग्रेस को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। वहीं, कोहली करीब दो महीने पहले से अमृतसर से भाजपा उम्मीदवार अरुण जेटली के सम्पर्क में थे। जेटली का व्यवहार और उनकी मिलनसारिता देखकर कोहली ने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया। यह बात काहली के पुत्र कंवर ने कही है।
कंवर ने कहा कि पिता के भाजपा में शामिल होने से हैरानी हुई। कंवर के मुताबिक उनके पिता पिछले दो महीनों से जेटली के प्रशंसक बन चुके थे जेटली का समर्थन करने का यह बड़ा कारण हो सकता है।
कंवर ने कहा कि मनमोहन सिंह की स्थिति को देखते हुए उनके पिता की दिलचस्पी कभी भी राजनीति में जाने की नहीं रही। भाजपा में शामिल होने क बाद कोहली ने कहा कि पीएम के तौर पर मनमोहन सिंह को कभी भी स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दिया गया।
इसके पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को कहा कि अपने सौतेले भाई दलजीत सिंह कोहली के भाजपा से जुड़ने के फैसले से वह दुखी हैं।
पद्म सम्मान समारोह से इतर सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत दुखी हूं। मेरा वश नहीं है। वे सभी वयस्क हैं।’’ कोहली शुक्रवार को अमृतसर में एक जनसभा में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए थे।
स्थानीय कारोबारी कोहली का भाजपा में प्रवेश प्रधानमंत्री सिंह के उस बयान के ठीक एक दिन बाद हुआ जिसमें उन्होंने देश में ‘मोदी लहर’ की धारणा से इंकार किया था। सिंह ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस केंद्र में एक बार फिर से सरकार बना सकती है। प्रधानमंत्री ने कहा संप्रग-तीन असंभव नहीं है। कोहली का भाजपा में स्वागत करते हुए मोदी ने कहा था कि वह पार्टी को मजबूत बनाएंगे। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Sunday, April 27, 2014, 10:25