
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब में हुए खुलासे की पृष्ठभूमि में भाजपा ने शनिवार को मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पांच बिन्दुओं पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग करते हुए उनसे पूछा कि क्या कैबिनेट की फाइलें सोनिया से साझा की जाती थीं और क्या सिंह ने कैबिनेट के बारे निर्णय करने के अधिकार को समर्पित कर दिया था।
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीमारमण ने सोनिया गांधी से सवाल किया कि क्या कैबिनेट की फाइलें उनसे साझा की जाती थीं जैसा कि पुस्तक में जिक्र किया गया था। यह भी बताए कि क्या सियाचीन पर गांधी और पूर्व सेना प्रमुख जनरल जे जे सिंह के बीच कोई डील हुई थी।
मनमोहन सिंह से सवाल पूछते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री ने खुफिया एजेंसियों के साथ प्रतिदिन चर्चा करने से इंकार कर दिया था और क्या इसका हमारी सुरक्षा स्थिति पर प्रभाव नहीं पड़ा ? सीतारमण ने पूछा, ‘‘क्या प्रधानमंत्री ने कैबिनेट में कौन रहेगा, इस बारे में निर्णय करने के अपने अधिकार को समर्पित कर दिया था? क्या टूजी मामले से जुडे ए राजा सोनिया गांधी की शह पर नियुक्त किये गए थे? क्या प्रधानमंत्री ने जानबूझकर अपने सहयोगियों के भ्रष्टाचार को नजरंदाज किया जैसे का पुस्तक में उल्लेख किया गया है।’’
सीतारमण ने पूछा, ‘‘क्या टूजी, सीडब्ल्यूजी और कोलगेट इसी कारण से हुए?’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा इन मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी का ध्यान आकर्षित कराना चाहती है और अत्मचिंतन करने को कह रही है। उन्हें पिछले दशक की विफलताओं का जवाब लोगों को देने की जरूरत है।’’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सवाल कीमतों के नियंत्रण, रोजगार प्रदान करने और अर्थव्यवस्था के प्रबंधन पर भी उठ रहे हैं। रचनात्मक और मुद्दों पर आधारित राजनीतिक चर्चा समय की जरूरत है। देश के लोग कांग्रेस से इसका जवाब चाहते हैं।’’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 12, 2014, 21:04