ज़ी मीडिया ब्यूरो/संजीव कुमार दुबेनई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के आठवें चरण के दौरान सात राज्यों में लोकसभा की 64 सीटों के लिए भारी मतदान हुआ। इनमें सबसे ज्यादा 81.28 फीसदी मतदान पश्चिम बंगाल में रिकार्ड किया गया। बिहार के सीतामढ़ी में एक मतदान केन्द्र के बाहर पुलिस फायरिंग में एक व्यक्ति के मारे जाने और आंध्र प्रदेश में हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा।
उत्तर प्रदेश की 15, बिहार में सात, उत्तराखंड की सभी पांच, हिमाचल प्रदेश की भी सारी चार, पश्चिम बंगाल की छह, जम्मू-कश्मीर की दो और आंध्र प्रदेश में 25 सीटों के लिए कुल 1737 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस चरण के साथ ही 543 संसदीय सीटों में से 502 पर चुनाव प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी। बाकी 41 सीटों पर नौवें व अंतिम चरण के तहत 12 मई को वोटिंग होगी। चुनाव का यह दौर कांग्रेस के लिए काफी अहम है, क्योंकि 64 में से 31 सीटें फिलहाल उसके कब्जे में हैं। भाजपा के पास सिर्फ पांच सीटें हैं।
आठवें चरण में कई सीटों पर दिग्गजों की साख दांव पर है। जिन दिग्गजों की किस्मत का फैसला जनता करेगी उनमें प्रमुख हैं- कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बीजेपी के महासचिव वरुण गांधी, केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा, पल्लम राजू, पी. लक्ष्मी, डी पुरंदेश्वरी, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, एलजेपी सुप्रीमो रामविलास पासवान, बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी और अनुराग ठाकुर।
उत्तर प्रदेशलोकसभा चुनाव के आठवें चरण के तहत उत्तर प्रदेश में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के मतदान में आज 15 सीटों पर शाम छह बजे तक करीब 55.52 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य में यह मतदान का पांचवां चरण है। इस चरण में 2.52 करोड़ मतदाता 243 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे।
इस चरण में अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, फूलपुर, इलाहाबाद, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बहराइच, कैसरगंज, श्रावस्ती, गोंडा, बस्ती, संतकबीरनगर और भदोही में मतदान हुआ। इस चरण में 1.37 करोड़ पुरुष, 1.17 करोड़ महिलाएं तथा 1446 अन्य मतदाता हैं। मतदान के लिए कुल 25,857 पोलिंग बूथ बनाए गए।
सबसे ज्यादा 34 उम्मीदवार अमेठी से तो सबसे कम 10 उम्मीदवार बहराइच सीट पर हैं। इस चरण में राहुल गांधी, वरुण गांधी, स्मृति ईरानी, कुमार विश्वास, कुंवर रेवती रमण सिंह, राजकुमारी रत्ना सिंह, कीर्तिवर्धन सिंह, मोहम्मद कैफ, ब्रजभूषण शरण सिंह और निर्मल खत्री जैसे दिग्गजों की किस्मत दांव पर है। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सुरक्षा बल की करीब 300 कंपनियां और राज्य पुलिस के करीब 60,000 जवान तैनात किए गए हैं।
बिहारलोकसभा चुनाव के आठवें चरण के तहत बिहार की सात संसदीय सीटों के लिए बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ। यहां शाम छह बजे तक 58 फीसदी मतदान हुआ। राज्य में यह मतदान का पांचवां चरण है। साथ ही राज्य की दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव के तहत भी मतदान कराए गए। बिहार में इस चरण में कुल एक करोड़ आठ लाख 63 हजार 901 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जिनके लिए 10,515 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। महाराजगंज और चिरैया विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए भी मतदान हुए।
मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। कुल 66,211 जवानों को तैनात किया गया। इनमें केन्द्रीय सुरक्ष बलों की 145 कंपनियों और बिहार सैन्य बल की 74 कंपनियों के जवान शामिल हैं। दियारा इलाकों में निगरानी और गश्त के लिए घुड़सवार दस्ते की सात टुकड़ियां तथा नदी मार्ग में गश्त के लिए 36 मोटरवोट की तैनाती की गई। इस चरण में जिन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है, उनमें राबड़ी देवी, रामविलास पासवान, राजीव प्रताप रूड़ी, रामसुंदर दास, रमा देवी, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, प्रभुनाथ सिंह, अखिलेश प्रसाद सिंह, लवली आंनद प्रमुख हैं।
पश्चिम बंगालपश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के लिए छह सीटों के लिए मतदान हो रहा है। पश्चिम बंगाल में पांच चरण के चुनाव के तहत चौथे चरण में छह लोकसभा क्षेत्रों में शाम तक करीब 81.28 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें से चार सीटें जंगलमहल इलाके में पड़ती हैं जो माओवादियों का गढ़ रहा है वाम दल पर बांकुरा, झारग्राम, पुरलिया, मिदनापुर, बिष्णुपुर और आसनसोल की अपनी सीटें बरकरार रखने का दबाव होगा। वाम ने 2009 लोकसभा चुनावों में इन सीटों पर जीत दर्ज की थी. पिछले लोकसभा चुनाव में माकपा ने चार सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि फार्वड ब्लॉक और भाकपा ने एक एक सीट पर कब्जा किया था।
इन छह में तीन सीटों पर पूर्व अभिनेत्रियों मुनमुन सेन एवं संध्या राय और गायक बाबुल सुप्रियो कड़ी टक्कर दे सकते हैं। इस दौरान 46,08,838 पुरषों एवं 42,68,191 महिलाओं और 42 अन्य लिंग के मतदाताओं समेत कुल 88,77,071 मतदाता 72 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
दसवीं बार जीत का इरादा लिए चुनावी मैदान में उतरे माकपा सांसद बासुदेव आचार्य के सामने बांकुरा से इस बार तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार मुनमुन सेन की चुनौती होगी। भाजपा उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो आसनसोल में तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन को कड़ी टक्कर देने को तैयार हैं जबकि बीते दौर की अभिनेत्री संध्या रॉय मिदनापुर से भाकपा के प्रबोध पांडा को चुनौती देंगी। झाड़ग्राम, बिनपुर, बांदवान, बलरामपुर, जयपुर, और बाघमुंदी में विशेष रूप से सुरक्षा कड़ी की गई।
आंध्र प्रदेशआंध्र प्रदेश में सीमांध्र क्षेत्र की 25 लोकसभा सीटों और विधानसभा की 175 सीटों के लिए मतदान हो रहे हैं। यहां शाम छह बजे तक 76.01 फीसदी मतदान हुआ। संसदीय और विधानसभा सीटों पर साथ-साथ मतदान हुआ। लोकसभा की 25 सीटों पर 335 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व एन.टी.रामा राव की बेटी डी.पुरनदेश्वरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर राजमपेट से चुनाव लड़ रही हैं। सीमांध्र क्षेत्र के विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू हैं, जो कप्पम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वह मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं।
मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाई.एस.जगन मोहन रेड्डी भी हैं, जो अपने परिवार के राजनीतिक गढ़ माने जाने वाले पुलेवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से किस्मत आजमा रहे हैं। आंध्र प्रदेश में फिलहाल राष्ट्रपति शासन है। दो जून को राज्य के औपचारिक विभाजन के बाद यहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।
जम्मू-कश्मीरजम्मू एवं कश्मीर के बारामूला संसदीय क्षेत्र में बुधवार को शाम तक 49.98 फीसदी मतदान हुआ। लद्दाख संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले कारगिल जिले के गोमा मतदान केंद्र पर सुबह सात बजे मतदान प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही महिला-पुरुष मतदाताओं की कतार लग गई थी।
लद्दाख क्षेत्र के लेह शहर, नुब्रा और जांस्कर विधानसभा क्षेत्रों में भी ही लोगों ने मतदान के लिए सुबह से ही मतदान केंद्रों पर पहुंचना शुरू कर दिया था। लेह शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर थिकसा गांव के रबीरपुर मतदान केंद्र पर सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के बाद पहले आधे घंटे में 20 वोट पड़े। वर्ष 2009 में लद्दाख में 71.86 प्रतिशत वोट पड़े थे।
उत्तरी कश्मीर के बारामूला संसदीय क्षेत्र में हालांकि मतदान प्रक्रिया काफी सुस्त रही। बारामूला शहर में पहले दो घंटों में कोई भी मतदान के लिए नहीं पहुंचा, जहां कानून-व्यवस्था की दृष्टि से 11 मतदान केंद्र बनाए गए थे। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा तथा हंडवाड़ा में शहरों में हालांकि कुछ लोग मतदान के लिए केंद्रों पर पहुंचे। पट्टन, सोपोर, संबल और हाजिन में भी मतदान केंद्रों पर लोगों की भीड़ कम रही। बारामूला संसदीय क्षेत्र में 11.89 लाख मतदाता हैं। वर्ष 2009 में यहां 41.84 प्रतिशत मतदान हुआ था।
उत्तराखंडलोकसभा चुनाव के आठवें चरण में बुधवार सुबह उत्तराखंड की सभी पांच लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों के लिये आज हुए मतदान में शाम तक करीब 62 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। इन पांच सीटों के लिए 74 उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य की हरिद्वार लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का मुकाबला कांग्रेस की रेणुका रावत से है। रेणुका मुख्यमंत्री हरीश रावत की पत्नी हैं।
गढ़वाल सीट पर मुकाबला भाजपा नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बी.सी. खंडूरी और कांग्रेस के हरक सिंह रावत के बीच है। टिहरी गढ़वाल सीठ पर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे साकेत बहुगुणा को और भाजपा ने माला राज्यलक्ष्मी शाह को मैदान में उतारा है। पिछले 2009 के लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी पांच लोकसभा सीटें कांग्रेस के पाले में रही थीं।
हिमाचलहिमाचल में लोकसभा की चार सीटों पर मतदान हुआ। यहां शाम तक 65 फीसदी मतदान होने की खबर है। कांग्रेस, आप और भाजपा के दिग्गजों के बीच लोकसभा सीट के लिए त्रिकोणीय मुकाबले के कारण धौलधार क्षेत्र के अनोखो और शांत वातावरण में राजनीतिक तनाव बढ़ गया।
इस चुनावी जंग में 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। हिमाचल प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके बीजेपी के शांता कुमार, 2004 में जीतने वाले कांग्रेस के चंदर कुमार, और 2009 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले और अपने सीट से इस साल जनवरी में इस्तीफा देने वाले आम आदमी पार्टी की तरफ से राजन सुशांत, तीन प्रमुख दावेदार हैं।
शांता कुमार, 17 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों को शामिल करने वाले सीट से इससे पहले तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। इस बार इनकी वापसी के जोरदार दावे किए जा रहे हैं। कांग्रेस 7 बार यह सीट जीत चुकी है जबकि 1962 से अब तक भाजपा यहां से पांच बार सफलता का स्वाद चख चुकी है। इस सीट पर फिर से जीतने का प्रयास कर रहे चंदर कुमार के लिए यूपीए के प्रदर्शन से लोगों में असंतोष के कारण इस बार की लड़ाई अलग होगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Wednesday, May 7, 2014, 08:34