ज़ी मीडिया ब्यूरो/बिमल कुमार नई दिल्ली : बिहार में तेजी से घट रही राजनीतिक घटनाओं के बीच जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव रविवार को सुबह दिल्ली से पटना पहुंचे। उन्होंने पटना पहुंचने के बाद कहा कि शाम चार बजे विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें विधायक अपना नेता चुनेंगे।
वहीं, शरद यादव ने कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत की और समझा जाता है कि उन्हें नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार में नई सरकार के गठन में समर्थन का भरोसा मिल गया है। बिहार में नेतृत्व परिवर्तन करने जा रही जेडीयू ने दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व से बातचीत की।
शरद यादव ने कहा कि आज शाम चार बजे विधायक दल की बैठक में विधायक अपना नेता चुनेंगे। नीतीश के इस्तीफे का फैसला पार्टी का फैसला है। पटना पहुंचने के बाद शरद ने संवाददाताओं से कहा कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह का जनादेश मिला है, उससे आज देश के सामने संविधान की रक्षा का प्रश्न पैदा हो गया है। सभी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एक करने की कोशिश की जाएगी। नीतीश के फिर से विधायक दल के नेता चुने जाने के प्रश्न पर उन्होंने केवल इतना कहा कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। चार बजे की बैठक में पार्टी के सभी विधायक शामिल होंगे और अपने नेता का चुनाव करेंगे।
लोकसभा चुनाव में जेडीयू की शर्मनाक हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से ही बिहार की राजनीति गर्म हो गई है।
गौर हो कि बिहार में 243 सदस्यों वाली विधानसभा में जदयू के 115 सदस्य हैं जबकि कांग्रेस के चार सदस्य नीतीश सरकार को समर्थन दे रहे हैं। जदयू सूत्रों ने बताया कि उन्हें कांग्रेस से समर्थन का अश्वासन मिला है। नीतीश ने लोकसभा चुनाव में पराजय की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
बिहार के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पार्टी महासचिव शकील अहमद ने कहा कि कांग्रेस जदयू सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है और इसे वापस लेने का कोई कारण नहीं है। अहमद ने कहा कि हमने साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए नीतीश कुमार सरकार को समर्थन दिया है। मैं व्यक्तिगत तौर पर इसे वापस लेने का कोई कारण नहीं देखता हूं। बिहार विधानसभा में भाजपा के 89 सदस्य और राजद के 21 सदस्य हैं। जदयू को भाकपा के एक और दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। नीतीश विधानसभा भंग करने की सिफारिश नहीं की थी।
इस्तीफा देने के बाद नीतीश ने संवाददाताओं से कहा था कि लोकसभा चुनाव के परिणाम जदयू के लिए अच्छे नहीं रहे। जनादेश का सम्मान किया जाना चाहिए। इसलिए मैंने अपने मंत्रीपरिषद का इस्तीफा सौंप दिया है। मैंने चुनाव अभियान का नेतृत्व किया था। इसलिए यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है और मुझे इसका निर्वाह करना चाहिए। वर्तमान सरकार का कार्यकाल नवंबर 2015 में समाप्त हो रहा है। शरद यादव ने कहा है कि बिहार में जेडीयू नई सरकार बनाएगी।
First Published: Sunday, May 18, 2014, 11:50