उत्तर प्रदेश की 20 सीटों पर प्रत्याशी बदलेगी भाजपा!

उत्तर प्रदेश की 20 सीटों पर प्रत्याशी बदलेगी भाजपा!ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली/लखनऊ : लोकसभा चुनाव-2014 में नरेंद्र मोदी की लहर का दावा करने वाली भाजपा हाईकमान उत्तर प्रदेश की करीब 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी बदलने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक नए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा सोमवार तक कर दी जाएगी। अशोक रोड स्थित भाजपा मुख्यालय में इसको लेकर माथापच्ची की जा रही है। मोदी समेत पार्टी के आला नेता सोमवार को दिल्ली में नए प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप दे सकते हैं।

उत्तर प्रदेश में `मोदी लहर` को फिर से खड़ा करने के लिए भाजपा को अपने घोषित प्रत्याशियों में फेरबदल करनी पड़ रही है। इस काम की जिम्मेदारी भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खासम खास अमित शाह को सौंपी गई है। बताया जाता है कि दो-तीन दिन पहले उत्तर प्रदेश की 35 लोकसभा सीटों के सघन दौरे के बाद अमित शाह ने पाया कि जिस वाराणसी सीट से नरेंद्र मोदी खुद चुनाव मैदान में हैं, उसके आस-पास की किसी भी सीट पर मोदी का असर नहीं दिख रहा है। इस नुकसान से पार्टी को बचाने के लिए शाह ने तुरंत प्रदेश की 20 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों को बदलने का एक प्रस्ताव भाजपा हाई कमान को सौंप दिया।

नाम न छापने की शर्त पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि नरेदंर मोदी ने अमिक शाह को इन सभी सीटों पर नए उम्मीदवारों के चयन का आदेश दिया। इसके बाद अमित शाह ने बेहद गोपनीय तरीके से इन सभी 20 सीटों पर नए सिरे से उम्मीदवारों की खोज की। उत्तर प्रदेश में जिन संभावित सीटों पर प्रत्याशियों को बदलने की रिपोर्ट अमित शाह ने भाजपा हाईकमान को सौंपी है, उनमें इलाहाबाद, फतेहपुर सीकरी, मछलीशहर, बदायूं, हरदोई, मिश्रिख, मोहनलालगंज, इटावा, कौशांबी, बाराबंकी, बांसगांव, लालगंज, चंदौली, जौनपुर, भदोही और राबर्ट्सगंज प्रमुख हैं।

उत्तर प्रदेश में `मोदी लहर` को फिर से खड़ी करने के लिए नरेंद्र मोदी और भाजपा कार्यकर्ताओं को फिस से कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। समय रहते पार्टी ने इस कड़वे सच को भांप लिया वरना उत्तर प्रदेश से 40 से अधिक सीटों पर जीतने का सपना मिट्टी में मिल जाता। लेकिन ऐसे में नए प्रत्याशियों के लिए बड़ी चुनौती यह भी होगी कि क्या 20 सीटों पर बदले गए उम्मीदवार पूरी शिद्दत से भाजपा के नए प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करेंगे?
First Published: Sunday, April 6, 2014, 11:42
First Published: Sunday, April 6, 2014, 11:42
comments powered by Disqus

ओपिनियन पोल

क्‍या चुनाव में करारी हार के बाद सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देना चाहिए?