धर्मनिरपेक्षता को वोट देने के नाम पर बंटा हिंदी सिनेमा

मुंबई : अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि के लिए गर्व करने वाली हिन्दी सिनेमा जगत पहली बार लोकसभा चुनाव 2014 में किसी का पक्ष लेता दिख रहा है। हिन्दी सिनेमा के जानेमाने कलाकारों ने देश के धर्मनिरपेक्ष चरित्र को बचाने के लिए लोगों से ‘सोच-समझकर’ मतदात करने को कहा है।

यह संगठित अपील लेखक अंजुम राजबाली के दिमाग की उपज है जिसे बॉलीवुड के कई लोग समर्थन दे रहे हैं। राजबाली का कहना है कि भ्रष्टाचार और सुशासन ‘महत्वपूर्ण मुद्दे’ हैं लेकिन देश का धर्मनिरपेक्ष चरित्र ‘मोलभाव’ करने की चीज नहीं है। ‘देश के धर्मनिरपेक्ष चरित्र को बचाने के लिए लोगों से सोच-समझकर’ मतदात करने की अपील करते हुए इसमें कहा गया है कि भ्रष्टाचार और सुशासन महत्वपूर्ण मुद्दे हैं और हमें अपनी सरकार को जिम्मेदार ठहराने के तरीके खोजने चाहिए लेकिन भारत का धर्मनिरपेक्ष चरित्र मोलभाव की वस्तु नहीं है।

महेश भट्ट, इम्तियाज अली, जोश अख्तर, विशाल भारद्वाज, कबीर खान, गायक शुभा मुद्गल और धूम-3 निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य ने भी इस अपील पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकि राजबाली ने जोर दिया है कि किसी हस्ती ने विशेष पार्टी या व्यक्ति को वोट देने की अपील नहीं की है और ना हीं किसी का पक्ष लिया है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को किसी विशेष पार्टी या व्यक्ति को वोट देने की अपील नहीं कर रहे हैं, हम सिर्फ ऐसे व्यक्ति या पार्टी को मत देने को कह रहे हैं जो धर्मनिरपेक्ष है। हम किसी का पक्ष नहीं ले रहे। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता महत्वपूर्ण तथ्य है। यह हमारे भारतीय समाज का केंद्रीय चरित्र है। हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि मतदान करते वक्त इस बात का ख्याल रखें।

फिल्म निर्माता महेश भट्ट का कहना है कि हम मोदी विरोधी या कांग्रेस समर्थक नहीं है, यह सही अर्थ नहीं है। हम लोगों से उसे मत देने की अपील कर रहे हैं जो धर्मनिरपेक्ष हो। हालांकि देश के बहुसंख्यक हिन्दू हैं लेकिन यहां मुसलमान, पारसी, ईसाई और अन्य धर्म के लोग भी हैं। इसलिए एक (पार्टी या व्यक्ति) को सभी का ध्‍यान रखना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 16, 2014, 22:30
First Published: Wednesday, April 16, 2014, 22:30
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