गुवाहाटी/अगरतला : लोकसभा के पहले चरण में सात अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए असम की पांच सीटों और त्रिपुरा की एक सीट पर चुनाव प्रचार आज शाम बंद हो गया। तीन दशक में पहली बार उल्फा के वार्ता समर्थक या वार्ता विरोधी किसी भी गुट ने असम में मतदाताओं से चुनावों के बहिष्कार की घोषणा नहीं की है और ना हीं उसने किसी राजनीतिक दल के खिलाफ कोई बयान जारी किया है।
कांग्रेस शासित असम में कांग्रेस, भाजपा, तृणमूल कांग्रेस, एआईयूडीएफ, एजीपी, आप, एसयूसीआई, माकपा, एआईएफबी और सपा पांच सीटों तेजपुर, कोलियाबोर, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और लखीमपुर में चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरी ओर वाममोर्चा शासित त्रिपुरा के दो संसदीय सीटों में से एक वेस्ट लोकसभा सीट पर मुकाबला माकपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच होना है।
असम में चुनाव लड़ रहे कुल 51 उम्मीदवारों में कांग्रेस के कुछ प्रमुख चेहरे हैं.. केन्द्रीय मंत्री रानी नाराह और पबन सिंह घटोवार, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और निवर्तमान विधायक बिजोय कृष्णा हांडीक, मुख्यमंत्री तरूण गोगोई के पुत्र गौरव गोगोई और भूपेन कुमार बोरा।
भाजपा की ओर से जो प्रमुख चेहरे मैदान में हैं उनमें राज्य इकाई के अध्यक्ष सोरबानंद सोनोवाल और कामाख्या प्रसाद तासा शामिल हैं। एजीपी की ओर से अरूण कुमार शर्मा, प्रदीप हजारिका और जोसेफ टोपो चुनाव मैदान में हैं। त्रिपुरा में चुनावी मैदान में डटे 13 उम्मीदवारों में से कुछ प्रमुख नाम हैं.. माकपा के शंकर प्रसाद दत्त, कांग्रेस से अरूणोदय साहा, भाजपा से सुधीन्द्र दासगुप्ता और तृणमूल कांग्रेस से रतन चक्रवर्ती। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 5, 2014, 20:39