नीतीश कुमार ने फिर से बिहार के सीएम बनने के लिए जदयू विधायकों से मांगा एक दिन का वक्त

by Ramanuj singh
नीतीश कुमार ने फिर से बिहार के सीएम बनने के लिए जदयू विधायकों से मांगा एक दिन का वक्तज़ी मीडिया ब्यूरो/रामानुज सिंह

पटना : लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से उत्पन्न स्थिति के बाद रविवार को उनके आवास पर बुलाई गई जदयू विधायक दल की बैठक में अपना नया नेता चुनने का मामला सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की उपस्थिति में पार्टी के विधायकों ने सर्वसम्मति से नीतीश को फिर से अपना नेता चुना और उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने पर जोर दिया। लेकिन नीतीश के अपना इस्तीफा वापस लेने से इनकार कर दिया। हालांकि जदयू विधायकों के अनशन पर बैठ जाने पर नीतीश ने इस पर विचार करने के लिए सोमवार तक का समय लिया।

जदयू विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने इस्तीफे पर निर्णय लेने के लिए सोमवार तक का समय लिया है। सोमवार को फिर विधायक दल की बैठक होगी। संजय ने बताया कि रविवार की बैठक में सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री से एक स्वर में कहा है कि आपके बिना बिहार नहीं चलेगा और प्रदेश की साढ़े दस करोड़ जनता की यह मांग है..आप सत्ता संभालिए लेकिन वह नहीं माने। सोमवार तक का समय लिया है।

जदयू के एक अन्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि यह संवेदनशील विषय हैं। पूरे दिन पार्टी कार्यकर्ता और नेता उनके आवास के बाहर रविवार को भीषण गर्मी में खड़े रहे और उन्होंने सड़कों पर प्रदर्शन किया है। बिहार की जनता मुख्यमंत्री के इस निर्णय से मर्माहत हैं कि यह क्या हो गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर हम लोगों को भरोसा है और वह पार्टी विधायक दल और कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करेंगे।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नीतीश के इस्तीफे को नौटंकी बताए जाने के बारे में नीरज कुमार ने कहा नीतीश कुमार को सत्ता की लालच नहीं है। लेकिन सुशील जी जबसे सत्ता से बाहर हुए हैं वह सत्ता में आने के लिए बेचैन हैं। सुशील के उस दावे कि जदयू के 50 विधायक उनके संपर्क में हैं, इस पर नीरज ने कहा कि अगर उन्हें पचास विधायक का समर्थन है तो वह राजभवन जाकर सरकार क्यों नहीं बना रहे हैं। कौन उन्हें रोक रहा है। उन्होंने सुशील को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनके पास दम है तो भाजपा बिहार में सरकार बनाकर दिखाए। नीरज ने भाजपा पर आरएसएस के इशारे पर चलने का आरोप लगाते हुए हमारी पार्टी में निर्णय लोकतांत्रिक तरीके से होता है। नागपुर (आरएसएस का मुख्यालय) से निर्णय नहीं होता। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से बिहार की करोडों जनता की आस बंधी है। ऐसे में वह मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि वह उनकी भावनाओं का सम्मान करें।

जदयू विधायक अशोक कुमार ने बताया कि बैठक के दौरान पार्टी के वरिष्ठ मंत्री नरेंद्र सिंह ने जदयू के नए नेता के तौर पर नीतीश के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव को मुख्यमंत्री आवास पर रोषपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कार्यकताओं का भारी विरोध झेलना पडा। अशोक कुमार ने कहा कि बैठक के दौरान पार्टी के नये नेता के तौर किसी अन्य का नाम लिया गया और सभी विधायकों ने एक स्वर से नीतीश से मुख्यमंत्री पद पर बने रहते हुए उनसे पार्टी का नेतृत्व करने को कहा। जदयू विधायक दल की करीब डेढ घंटे चली बैठक के दौरान नीतीश ने अपने भाषण में कहा कि उनका मुख्यमंत्री पद पर बने रहने से पार्टी को नुकसान होगा और उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह सत्ता से बाहर रहकर पार्टी को अधिक समय दे पाएंगे। नीतीश ने यह भी कहा कि विपक्षी दल भाजपा उनके इस्तीफे का मजाक उडाते हुए उसे नौटंकी बता रहा है। नीतीश के इन दलीलों को मामने से इनकार करते हुए जदयू विधायक उनसे मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का दबाव बनाना शुरू कर दिया और अनशन शुरू कर दिया। विधायकों की भावना और उनके दबाव को देखते हुए नीतीश ने अपने इस्तीफे पर विचार करने के लिए सोमवार तक का समय लिया।

जदयू के 117 विधायकों में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निलंबित की गई चार महिला विधायकों रेणु कुशवाहा, सुजाता देवी, पूनम यादव और अन्नु शुकला को बैठक में नहीं आमंत्रित किया गया था। निर्दलीय विधायक विनय बिहारी ने भी जदयू विधायक दल की बैठक में भाग लिया।

जदयू विधायक दल की बैठक के पहले से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं ने बैठक के बाद मुख्यमंत्री आवास ने निकले वरिष्ठ मंत्री रमई राम के साथ धक्का-मुक्की की जिन्हें सुरक्षाकर्मियों ने घेरे में लेकर राज्य अतिथिशाला पहुंचाया। इससे पूर्व बिहार विधान परिषद में जदयू सदस्य राजकिशोर सिंह को भी प्रदर्शकारियों के रोष का उस समय सामना करना जब वह बैठक के बाद मीडियकर्मियों को यह बता रहे थे कि विधायकों के जोर दिए जाने के बावजूद नीतीश कुमार अपना इस्तीफा वापस लेने को तैयार नहीं है। जदयू विधायक दल की बैठक में शामिल होने जा रहे विधायकों को प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश करने से पूर्व रोककर यह कहते पाए गए कि वे नीतीश कुमार पर अपना इस्तीफा वापस लेने का दबाव बनाएं क्योंकि उन्हें नए नेता के तौर पर कोई दूसरा स्वीकार्य नहीं है।

जदयू के श्याम रजक ने बताया कि पार्टी विधायक दल की बैठक के दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने अपने भाषण में कहा कि लोकसभा चुनाव में मिला जनादेश पार्टी की विचारधारा पर हमला है। श्याम ने कहा कि शरद यादव ने नीतीश को बिहार में जदयू का चेहरा बताया और कहा कि उन्होंने बिहार को आगे ले जाने के लिए जो कार्य किए हैं वह अब तक किसी नेता ने नहीं किये। शरद ने कहा कि नीतीश के इस्तीफे का निर्णय पार्टी का निर्णय है और उनके इस निर्णय का सम्मान किया जाना चाहिए। लेकिन विधायकों का स्वर उसके विरोध में था। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि नरेंद्र सिंह ने ही बैठक के दौरान पार्टी के नए नेता के तौर पर नीतीश के नाम का प्रस्ताव रखा और कहा कि अगर नीतीश अपना इस्तीफा नहीं वापस लेते तो वे धरना पर बैठ जाएंगे।

जदयू समर्थक ने की आत्मदाह की कोशिश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफा का विरोध कर रहे एक जदयू समर्थक को रविवार को देर शाम मुख्यमंत्री आवास के समीप अपने शरीर पर पेट्रोल छिडककर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि पकडे गए व्यक्ति की उम्र 30 से 40 वर्ष है और उसका नाम दिलीप है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए व्यक्ति ने शराब पी रखी थी। पुलिस उपाधीक्षक (सचिवालय) शिबली नोमानी ने बताया कि दिलीप नालंदा जिला के बिंद थानांतर्गत कुशहर गांव का निवासी है। उन्होंने बताया कि दिलीप के पास से माचिस बरामद नहीं हुई है और उसे पेट्रोल छिडकने के दौरान ही पुलिस ने पकड़ लिया।

भाजपा ने राज्यपाल से किया जदयू विधायकों का परेड कराने का अनुरोध

लोकसभा चुनाव के बाद बिहार की राजनीति में चल रहा उठापटक के बीच भाजपा ने राज्यपाल से जदयू के सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने पर उसके विधायकों का परेड कराने का अनुरोध किया। बिहार की वर्तमान राजनीतिक हालात पर राज्यपाल डा. डी वाई पाटिल से चर्चा के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय के नेतृत्व में पार्टी का एक शिष्टमंडल रविवार शाम राजभवन पहुंचा।

राज्यपाल से मुलाकात कर लौटे सुशील ने बताया, बिहार वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में राज्यपाल महोदय को हम लोगों ने विस्तार से बताया है। सुशील ने दावा किया कि राज्यपाल से हमने कहा है कि बिहार में पिछले 11 महीने से एक अल्पमत सरकार चल रही है और इस सरकार के पास अपना बहुमत नहीं है। किसी प्रकार से जोडतोड का सहारा लेकर सरकार चलायी जा रही है। 11 महीने हो गया है और अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया गया है जिसके परिणामस्वरूप विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जदयू और भाकपा गठबंधन ने राजद और कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ा है और वे अब मिलकर सरकार बनाने या चलाने के प्रयास में लगे हुए हैं।



First Published: Sunday, May 18, 2014, 18:59
First Published: Sunday, May 18, 2014, 18:59
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