कांग्रेस डूबता जहाज, सोनिया-राहुल के दिन अब खत्म : नरेंद्र मोदी

कांग्रेस डूबता जहाज, सोनिया-राहुल के दिन अब खत्म : नरेंद्र मोदीज़ी मीडिया ब्यूरो/आलोक कुमार राव

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवर नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस एक डूबता जहाज है और मां-बेटे दोनों (सोनिया एवं राहुल गांधी) का समय अब खत्म हो गया है।

ज़ी न्यूज से खास बातचीत में मोदी ने कहा, `चुनाव तिथियों की जब घोषणा हुई तब कांग्रेस पार्टी ने सोचा कि इस बार किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलेगा। वे कहते आए हैं कि वे मोदी को पीएम नहीं बनने देंगे। कांग्रेस पार्टी थर्ड फ्रंट की सरकार को समर्थन देगी। उनके बयानों से ऐसा लगता है कि वे चुनाव पहले ही हार चुके हैं और मां-बेटे दोनों का समय अब खत्म हो गया है।`

भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार ने कहा, `अब तक के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अब यह अनुभव कर रही है कि उनका जहाज डूब रहा है। उनके पास कोई एजेंडी नहीं है, इसलिए वे मुझ पर हमले कर रहे हैं।`

मोदी ने कहा कि उनकी नजर में 2014 का आम चुनाव `मोदी बनाम अन्य` है। हालांकि, मोदी ने कहा कि वह केवल अच्छी सरकार के बारे में बात कर रहे हैं।

वाराणसी में नामांकन के मौके पर लोगों से मिली शानदार प्रतिक्रिया के सवाल पर मोदी ने कहा कि उनके दृष्टिकोण में कोई परिवर्तन नहीं आया है।

गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश एक निराशा के माहौल से गुजर रहा है। मोदी ने कहा, `लोग यह अनुभव करते हैं कि गुजरात में जरूर कुछ अच्छा हुआ होगा। इसलिए देश में भी कुछ अच्छा हो सकता है। लोगों को लगता है कि भुज में आए भयंकर भूकंप के बाद भी गुजरात यदि खड़ा हो सकता है तो देश भी बुरे दौर से बाहर आ सकता है।`

मोदी ने कहा कि उनका मानना है कि देश ने 10 वर्षों तक बुरा समय देखा है और 16 मई को आने वाले चुनाव परिणाम भारत को नकारात्मकता के माहौल से बाहर निकाल लाएंगे। मोदी ने याद दिलाया कि उन्होंने लोगों से यह वादा नहीं किया है कि वह उन्हें चांद लाकर दें देंगे। मोदी ने कहा, 'मैंने केवल अच्छी सरकार और लोगों को पेयजल, महिलाओं के लिए शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही है।'

कुशासन को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस बुराइयों की प्रतीक है चाहे वह 'कुशासन, वंशवादी राजनीति, बेराजगारी' की बात हो। 'कांग्रेस मुक्त भारत' के नारे पर अपनी बात रखते हुए मोदी ने कहा, 'देश में जो कुछ भी बुरा है, उससे हमें छुटकारा पाना है, इसके लिए हमें कांग्रेस से निजात पानी होगी।'

मोदी से यह पूछे जाने पर कि वह 2014 लोकसभा चुनावों को लेकर क्या सोचते हैं, इस पर मोदी ने कहा कि यह चुनाव 'उम्मीदों' का चुनाव है। गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं बहुत ही सकारात्मक सोच वाला इंसान हूं। 2014 का चुनाव उम्मीदों का चुनाव है। उम्मीद करना अच्छी चीज है। सभी को उत्साहित होने की जरूरत है।'

रैलियों में अपनी चाय-बिक्रेता की पृष्ठभूमि का बार-बार जिक्र किए जाने पर मोदी ने कहा कि इसके बार में उन्होंने तभी बोलना शुरू किया जब लोगों ने उनके बारे में गलत बात करनी शुरू की। मोदी ने हालांकि, कहा कि वह जाति एवं वोट-बैंक की राजनीति के खिलाफ हैं।

रॉबर्ट वाड्रा एवं उनके कथित भूमि सौदों के बारे में किए गए सवाल पर मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह बदले की राजनीति करने नहीं जा रहे हैं और कानून के अनुरूप भ्रष्टाचार के मामलों से निपटा जाएगा।

भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार ने यह भी स्पष्ट किया है कि आरएसएस ने भाजपा के कामकाज में कभी दखल नहीं दिया। साथ ही मोदी ने यह पूछते हुए सवाल किया कि मीडिया ने सोनिया गांधी से एनएसी को लेकर कभी सवाल क्यों नहीं पूछे।

मनमोहन सिंह के इस बयान पर कि देश में 'मोदी की लहर' मीडिया की ओर से बनाया गया है, मोदी ने तंज कसते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री को पिछले 10 वर्षों में यदि बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार नहीं दिखाई दिए तो वह मोदी लहर कैसे देख सकते हैं।'

गुजरात में विकास की बात करते हुए मोदी ने कहा कि उनका प्रदेश ऐसा पहला राज्य है जो लोगों को 365 दिन बिजली उपलब्ध कराता है। मोदी ने हालांकि, कहा कि 'गुजरात मॉडल' पूरे देश में नहीं लागू किया जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य की अपनी खासियत है और उस राज्य की विशेषता को पहचान कर उसके अनुरूप विकास के कार्यक्रम तैयार करने होंगे।

विदेश नीति पर अपनी राय रखते हुए मोदी ने कहा कि भारत में चुनाव विदेश नीति के आधार पर नहीं लड़े जाते। बल्कि यहां चुनाव, महंगाई और बेरोजगारी के आधार पर लड़े जाते हैं। मोदी ने कहा, 'मेरा मानना है कि यदि आप ताकतवर हैं तो कोई भी आपको आंख नहीं दिखा पाएगा। बातचीत आंख में आंख डालकर होनी चाहिए।'

मोदी से यह पूछे जाने पर कि पीएम बनने पर उनका मंत्रिमंडल कैसा दिखेगा। इस पर मोदी ने कहा, 'मेरा अब तक का लक्ष्य भाजपा और एनडीए को पूर्ण बहुमत सुनिश्चित कराना है।'

बातचीत की गंभीरता को थोड़ा हल्का करते हुए मोदी ने कहा, 'मैं कोई रोबोट नहीं हूं। मेरे अंदर भी भावनाएं हैं। मेरे अंदर भी बुराइयां हैं लेकिन मैं अच्छे लोगों की संगत से जुड़ा हूं और मैं अपना जीवन अच्छाइयों के आधार पर जीने की कोशिश करता हूं।'
First Published: Monday, April 28, 2014, 22:40
First Published: Monday, April 28, 2014, 22:40
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