ज़ी मीडिया ब्यूरोवाराणसी : वीनिया बाग की रैली को छोड़ भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के शहर में अन्य कार्यक्रमों को जिला प्रशासन ने बुधवार रात मंजूरी दे दी। लेकिन भाजपा ने शहर में मोदी के प्रस्तावित सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। भाजपा नेता अमित शाह ने कहा कि इतने कम समय में कार्यक्रमों की तैयारी नहीं की जा सकती। ऐसे में मोदी गुरुवार को बनारस के ग्रामीण इलाके में रैली को संबोधित करने के बाद हेलीकॉप्टर से बीएचयू स्थित हैलीपैड पहुंचेंगे और वहां से सड़क मार्ग से पार्टी कार्यालय जाएंगे।
वहीं, जिला प्रशासन द्वारा बेनियाबाग में रैली की इजाजत न दिए पर बिफरी भाजपा ने चुनाव अधिकारी को फौरन हटाने की मांग की। भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने चुनाव अधिकारी पर `पक्षपात` करने का आरोप लगाया। जेटली ने कहा कि वह और अमित शाह गुरुवार को बीएचयू के लंका गेट पास सुबह 11 बजे से सत्याग्रह करेंगे।
भाजपा ने चुनाव आयोग पर मूकदर्शक बने रहने और मोदी को रैली आयोजित करने की मंजूरी नहीं देने संबंधी चुनाव अधिकारी की भूमिका के ‘‘काफी पक्षपातपूर्ण’’ होने का आरोप लगाया। निर्वाचन अधिकारी ने अपनी इस कार्रवाई के लिए संभावित सांप्रदायिक तनाव संबंधी खुफिया रिपोर्टों का हवाला दिया है।
भीड़भाड़ वाले वीनिया बाग इलाके में जहां भाजपा ने रैली की अनुमति मांगी थी, उसका सांप्रदायिक तनाव का रिकार्ड रहा है और कानून व्यवस्था संबंधी घटनाएं होने की आशंका रही है। भाजपा इस बात पर जोर दे रही थी कि वह इसी स्थान पर रैली आयोजित करेगी, कहीं और नहीं।
वाराणसी के चुनाव अधिकारी प्रांजल यादव को तत्काल हटाये जाने की मांग करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि वह, अमित शाह एवं अन्य नेता बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के बाहर और दिल्ली में चुनाव आयोग के बाहर धरना देंगे।
जेटली ने निर्वाचन आयोग को तीन लंबे चौड़े पत्र लिखकर सवाल किया है कि क्या निर्वाचन आयोग निर्वाचन अधिकारी के आचरण को चुपचाप स्वीकार कर रहा है। अपने चौथे पत्र में जेटली ने ऐलान किया कि पार्टी शहर के बाहरी इलाके रोहानिया में रैली के बाद मुख्य कार्यालय में मोदी के दौरे के अलावा मंदिरों के शहर में उनके कल के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन हालात में, भाजपा वाराणसी में कल तीन कार्यक्रमों में से कोई भी आयोजित नहीं करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम गुरुवार को वाराणसी में सुबह 11 बजे आपके कार्यालय के बाहर धरना देंगे। इस कार्रवाई के लिए हमें आपकी जरूरत नहीं है।’’ अपने पत्र में जेटली ने कहा कि यदि इस समय भी इतनी देर रात अनुमति दी जाती है तो रैली के प्रचार का कोई अवसर नहीं है।
स्थानीय भाजपा विधायक श्याम देवराय चौधरी पहले ही जिला प्रशासन के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ चुके हैं।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए क्षेत्र में डेरा डाले जेटली ने तीन सदस्यीय चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जब कमजोर लोग उच्च पदों पर हों, तब लोकतंत्र खतरे में आ जाता है।’’ जेटली ने कहा, ‘‘यदि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल वाराणसी में रोडशो और पूजा कर सकते हैं वहीं हमारे उम्मीदवार को रैली की अनुमति से इंकार किया जा रहा है।’’ इस विवाद के बाद भाजपा ने कहा कि वह जिला प्रशासन के ‘‘पूर्वाग्रहपूर्ण’’ आचरण के कारण मोदी की रैली तथा गंगा आरती को रद्द करने को बाध्य हो गयी है।
बहरहाल, चुनाव अधिकारी ने कहा कि भाजपा के एक नेता के आवेदन के आधार पर मोदी को वैकल्पिक स्थान पर रैली आयोजित करने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि बुद्धिजीवियों के साथ बैठक और गंगा पूजन समेत मोदी के अन्य कार्यक्रमों को मंजूरी दी गई है। ‘‘वे जानबूझकर इसे मुद्दा बना रहे हैं।’’
चुनाव उपायुक्त विनोद जुत्शी ने दिल्ली में कहा, ‘‘आयोग इस संबंध में मूक दर्शक बने रहने या पूर्वाग्रह से ग्रसित होने के आरोप को स्वीकार नहीं करता। यदि कोई अधिकारी पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करते हुए पाया जाता है या अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर रहा है तो आयोग अधिकारी के खिलाफ उचित कड़ी कार्रवाई करेगा।’’ जेटली ने हालांकि इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि भाजपा ने रैली के लिए किसी वैकल्पिक स्थल का आग्रह नहीं किया, जहां केवल दो हजार लोग ही आ सकते हों।
मोदी अब रोहनिया क्षेत्र में गुरुवार को रैली के बाद मोटर काफिले में शहर से गुजरेंगे जबकि भाजपा नेता अरूण जेटली एवं अमित शाह बीएचयू के सामने लंका गेट पर धरने पर बैठेंगे। मोदी शहर से होते हुए सिगरा क्षेत्र में पार्टी के चुनाव कार्यालय जायेंगे और उसके बाद हवाई अड्डे के लिए रवाना होगा।
भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी और हषर्वर्धन चुनाव आयोग के सामने धरने पर बैठेंगे।
दिल्ली में नकवी ने कहा कि मोदी को वाराणसी में अपने विचार रखने और प्रचार करने से रोकने के लिए बाधा खड़ी की जा रही है। उन्होंने इसमें राजनीतिक साजिश की आशंका व्यक्त की और चुनाव अधिकारियों के बहाने को हास्यास्पद करार दिया। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Thursday, May 8, 2014, 00:20