
नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने आज कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए और तीन दिन का समय दिया है। यह कारण बताओ नोटिस उनकी इस कथित टिप्पणी के लिए दिया गया है कि यदि भाजपा सत्ता में आयी तो 22 हजार लोग हिंसा में मारे जाएंगे। चुनाव आयोग ने पहले राहुल से कहा था कि वह कारण बताओ नोटिस का आज सुबह तक जवाब दे दें। लेकिन कांग्रेस नेता के अनुरोध पर आयोग ने इसकी अंतिम समय सीमा को बढ़ाकर 15 मई की सुबह तक कर दिया है। चुनाव आयोग सूत्रों ने यह जानकारी दी।
नौ मई को जारी नोटिस के अनुसार राहुल ने एक मई को हिमाचल प्रदेश के सोलन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था, जापान के लोग मुझसे पूछते हैं..वे कहते हैं कि हम एक मुद्दे को लेकर भयभीत हैं। हम आपकी मदद करेंगे, हम सड़क तैयार करेंगे। लेकिन हम भयभीत हैं कि क्या शांति रहेगी..वे कहते हैं कि भारत के लोग एक दूसरे से लड़ेंगे तो नहीं। उन्होंने कथित रूप से कहा था, यह भय हमारी जिंदगियों में भी है। यदि भाजपा आई तो हिंसा होगी। यदि भाजपा आई तो 22000 लोग मारे जायेंगे क्योंकि वे क्रोध फैलाते हैं..यह सवाल पहले कभी नहीं उठाया गया।
भाजपा ने राहुल की इस टिप्पणी की चुनाव आयोग में शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने राहुल को आदर्श आचार संहिता के बारे में याद दिलाया जिसके तहत कोई भी पार्टी या उम्मीदवार किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल नहीं होगा, जिससे मौजूदा मतभेद बढ़ता हो या आपसी घृणा पैदा होती हो। कारण बताओ नोटिस में उस प्रावधान का भी संदर्भ दिया गया है जो पार्टियों एवं उम्मीदवारों को विकृत एवं अपुष्ट आरोप लगाने पर रोक लगाता है और उनकी आलोचनाओं को प्रतिस्पर्धी दलों की नीतियों एवं कार्यक्रमों तक ही सीमित रखने की बात कहता है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 12, 2014, 17:11