
नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खान के विवादास्पद बयानों के मामले में आज उनकी निंदा की। चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं पर लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में प्रचार करने पर पाबंदी लगाने के कुछ दिन बाद यह फैसला किया।
चुनाव आयोग ने उन्हें दिये गये कारण बताओ नोटिसों पर उनके जवाबों का अध्ययन करने के बाद उनके बयानों की भी निंदा की। दोनों नेताओं पर लगा प्रतिबंध जारी रहेगा। चुनाव आयोग ने आजम खान पर अपने फैसले में कहा कि आयोग ने 11 अप्रैल, 2014 को दिये गये जवाब पर सावधानी से विचार किया है और उनके (खान के) भाषणों की वीडियो रिकॉर्डिंग दोबारा देखी है और इस बात को मानता है कि उन्होंने अत्यधिक भड़काउ भाषण दिये जिनका असर विभिन्न समुदायों के बीच पहले से बने हुए मतभेदों को बढ़ाने या आपसी नफरत पैदा करने पर पड़ा। चुनाव आयोग ने एक अलग आदेश में शाह के खिलाफ भी इसी तरह की टिप्पणी की। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 16, 2014, 22:35