लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाए हैं कि ये दोनों पार्टियां पूर्वी उत्तर प्रदेश की फिजां को खराब करने की योजना बना रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने निर्वाचन आयोग से वाराणसी के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मेरी निर्वाचन आयोग से मांग है कि वाराणसी तथा आसपास के सभी बड़े धार्मिक स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर इनके इरादों पर पानी फेरा जाए।
उन्होंने कहा कि गुरुवार को वाराणसी में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के नामांकन की रैली में बड़ी संख्या में बाहरी लोग शामिल थे। राजधानी लखनऊ में मॉल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय पर शुक्रवार को संवादादाताओं से बातचीत करते हुए मायावती ने कहा कि इस समय भाजपा का सारा जोर मोदी के प्रचार करने के साथ ही सपा से गठजोड़ करने का है, जिससे सपा तथा भाजपा मिलकर उत्तर प्रदेश को फिर से दंगों की आग में झोंक सकें।
मायावती ने कहा कि वाराणसी में गुरुवार को भाजपा नेता नरेंद्र मोदी का नामांकन रैली थी, उसमें अधिकांश लोग बाहरी थे। भाजपा का सारा ध्यान इस समय प्रचार में लगा है। इसके लिए यह पार्टी किसी भी स्तर पर जा सकती है। पार्टी ने मीडिया को मैनेज कर ही रखा है, देश के तमाम ज्योतिषी भी इनकी गिरफ्त में हैं। इनके पक्ष में तमाम भविष्यवाणियां कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ ऐसा ही हाल कांग्रेस का भी है जो सिर्फ प्रचार के बल पर देश में काबिज होना चाहती है। उसका कोई भी काम धरातल पर नहीं दिखता। उन्होंने कहा कि जनता भाजपा तथा कांग्रेस को सरकार बनाने से किसी तरह से रोके नहीं तो देश के हालात और बुरे हो जाएंगे। यह दोनों पार्टियां पूंजीपतियों के दम पर चुनावी मैदान में उतरती हैं।
मायावती ने कहा कि चुनाव के बाद दोनों ही पार्टियां पूंजीपतियों को लाभ देने के मकसद से काम करती हैं, जिससे कि देश में गरीबी, भ्रष्टाचार, मंहगाई तथा बेरोजगारी बढ़ती है। अगर जनता ने इस बार इन दोनों को बहुमत दे दिया तो तय है कि देश का विकास और पीछे चला जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 25, 2014, 16:12