नई दिल्ली : पेप्सीको इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ शिव शिवकुमार ने कहा है कि 2014 का चुनाव मध्यवर्ग का है और वे ही नीतियों, प्रशासन और समाज के लिए सही चीज को परिभाषित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि देश में 543 निर्वाचन क्षेत्रों में से करीब 170 शहर सोशल मीडिया से प्रभावित होंगे जिस मीडिया का इस्तेमाल मध्यवर्ग करते हैं और उसपर अपने विचारों को अभिव्यक्त करते हैं। शिवकुमार ने कहा कि मध्यवर्ग अपने को परित्यक्त मानते हैं। शिवकुमार पहले नोकिया के भारत, पश्चिम एशिया और एशिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष थे। उन्होंने कल यहां अमेरिकी चेम्बर ऑफ कामर्स के वाषिर्क आम बैठक में कहा कि वर्ष 2014 में हम एक बेहद सुनिश्चित दिशा में बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, गरीबों का ध्यान सरकार रखेगी। कौन मेरा ध्यान रखेगा और परिणामस्वरूप वे (मध्यम वर्ग) सेलफोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपनी आवाज को बुलंद करने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमारे पास पहली बार वोट डालने वालों की करीब 14 करोड़ की संख्या है। देश के इतिहास में कभी भी हमारे पास इतना निश्चित अवसर नहीं था। मेरा मानना है कि मध्यम वर्ग नीतियों, प्रशासन की व्याख्या के साथ यह भी तय करेगा कि समाज के लिए क्या अच्छा है..। वे हर सरकार को चुनौती देंगे। आईसीआरआईईआर के निदेशक और मुख्य कार्यकारी रजत कुमार कथुरिया ने विचार व्यक्त किया कि वर्ष 2014 के चुनाव देश के लिए निर्धारक अवसर है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, April 26, 2014, 15:15