वाम दलों ने की बंगाल में 3200 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग

नई दिल्ली : चार वाम दलों ने पश्चिम बंगाल में चुनावों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली किए जाने का आरोप लगाते हुए करीब 3200 मतदान केंद्रों पर तत्काल पुनर्मतदान कराए जाने की आज यहां मांग की। वाम दलों ने राष्ट्रव्यापी विरोध के तहत आज यहां अपनी मांगों के समर्थन में जंतर मंतर पर एक रैली आयोजित की। विरोध प्रदर्शन में माकपा के प्रकाश करात, सीताराम येचुरी और वृंदा करात, भाकपा के एबी बर्धन, सुधाकर रेड्डी और डी. राजा तथा एआईएफबी के देबब्रत बिश्वास और आरएसपी के नेताओं ने भी भाग लिया।

रैली को संबोधित करते हुए प्रकाश करात ने कहा, ‘चुनावों के तीसरे, चौथे और पांचवें चरण में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने करीब 3200 मतदान केंद्रों पर धांधली की। मतदाताओं को धमकाया गया, हमले किए गए और तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने गोलियां भी चलायीं ताकि मतदाताओं को मतदान करने से रोका जा सके। जबसे तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आयी है, तृणमूल द्वारा हर चुनाव में बार बार धांधली की जा रही है।’

करात ने कहा कि वाम दलों की मांग है कि चुनाव आयोग उन 3200 मतदान केंद्रों पर तुरंत पुनर्मतदान कराए जहां तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने धांधली की थी। उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग को दो महीने पहले ही मतदान केंद्रों पर धांधली की आशंका से अवगत करा दिया था। लेकिन उसने इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया। लोकसभा चुनावों के शुरू होने के बाद पश्चिम बंगाल में तीसरे से पांचवें चरण के बीच धांधली की गयी।

करात ने कहा कि मीडिया ने इस संबंध में कई रिपोर्टें लिखी हैं और विपक्षी दलों ने गडबडी के संबंध में सबूत दिए हैं। लेकिन चुनाव आयोग ने प्रभावित मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराने का अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। सत्तारूढ़ दल ने वहां लोकतांत्रिक प्रणाली की ‘हत्या’ करने के लिए पुलिस और प्रशासन का सहारा लिया।

माकपा के ही सीताराम येचुरी ने कहा कि हमने ऐसे मतदान केंद्रों की सूची चुनाव आयोग को सौंपी है जहां धांधली हुयी और आयोग को प्रभावित मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की घोषणा करनी चाहिए। उसके बाद हम राजनीतिक लड़ाई के लिए तैयार हैं जो लंबे समय तक चलेगी। वाम दलों ने पश्चिम बंगाल में 32 साल तक शासन किया लेकिन हमने कभी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने का प्रयास नहीं किया। वृंदा करात, ए बी बर्धन और डी. राजा ने भी चुनाव आयोग की आलोचना की। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 14, 2014, 18:40
First Published: Wednesday, May 14, 2014, 18:40
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