हेमा के सामने सहयोगी से विरोधी बने दल की चुनौती

हेमा के सामने सहयोगी से विरोधी बने दल की चुनौतीमथुरा : अभिनेत्री से राजनेता बनीं हेमामालिनी पांच वर्ष पहले राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार जयंत चौधरी के लिए मत मांगने यहां आई थीं लेकिन इस बार जब वह स्वयं मथुरा से चुनावी मैदान में उतरी हैं तो वर्तमान सांसद ही उनके सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी हैं।

भाजपा और रालोद पिछले चुनाव में एक ही गठबंधन के तहत लड़ी थीं लेकिन अजित सिंह नीत रालोद इस बार कांग्रेस नीत संप्रग में शामिल हो गई है। मथुरा लोकसभा सीट से बसपा के योगेश द्विवेदी, सपा के चंदन सिंह और आप के कपिल मिश्रा भी चुनावी मैदान में उतरे हैं। भाजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ रहीं हेमामालिनी ने मतदाताओं से कहा कि बृजवासियों, मैं पांच वर्ष पहले जयंतजी के लिए मत मांगने यहां आई थी। मुझे आपका धन्यवाद करना चाहिए कि आपने मेरी बात सुनी और उन्हें जीतने में मदद की लेकिन उनके दल ने पक्ष बदल लिया है। वह भाजपा के साथ नहीं हैं। अब मैं भाजपा की ओर से लड़ रही हूं और आपको मुझे मत देना चाहिए।

उन्होंने वर्तमान सांसद के प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा कि मैंने यहां सड़कों की हालत देखी है जो बहुत खराब है। यहां से जीत दर्ज करने वाला व्यक्ति कभी इस जगह नहीं आया और उसने कोई काम नहीं किया गया। हेमामालिनी ने कहा कि यदि आप मेरी मदद करते हैं तो मैं यहां से जीतने वाली पहली महिला होउंगी। मैं विकास के मुद्दों और महिलाओं की बेहतरी के लिए काम करना चाहती हूं। हालांकि जयंत ने हेमामालिनी की जीत की संभावनाओं को खारिज करने हुए कहा कि गंभीर राजनीति को गंभीर चेहरों की आवश्यकता है। ऐसा नहीं है कि आप एक मुखौटा पहन सकते हैं और कुछ संवाद दोहरा सकते हैं तो जनता आपके साथ आ जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 11, 2014, 13:20
First Published: Friday, April 11, 2014, 13:20
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