ज़ी मीडिया ब्यूरोलखनऊ : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर `हनीमून` को लेकर दिए गए विवादित बयान पर लखनऊ प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रशासन ने बाबा रामदेव पर शहर में 16 मई तक किसी भी तरह की सार्वजनिक बैठक करने पर रोक लगा दी है। इसके अलावा रामदेव के खिलाफ अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज हुई है।
उधर चुनाव आयोग ने ‘हनीमून’ संबंधी विवादित टिप्पणी की पृष्ठभूमि में लोगों को किसी के निजी जीवन के बारे में ‘दुर्भावनापूर्ण’ बयान देने से रोकने के लिए ताजा दिशा निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को चुनावों के दौरान कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
निर्वाचन आयोग ने इसके साथ ही लोगों को धर्म का हवाला देने के खिलाफ भी चेताया है क्योंकि इससे वैमन्स्य पैदा हो सकता है।
राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि ताजा दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को चुनाव की अवधि के दौरान कार्यक्रमों के आयोजन की ‘अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।’ आयोग ने यह भी कहा है कि उल्लंघन की स्थिति में तुरंत ही उचित उपचारात्मक और दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।
निर्वाचन आयोग ने रामदेव का नाम लिए बिना कहा है, ‘उन्हें (लोगों को) ऐसी किसी गतिविधि में शामिल नहीं होना चाहिए या ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जो किसी व्यक्ति की निजी जिंदगी पर हमले के समान हो या ऐसा बयान नहीं देना चाहिए जो दुर्भावनापूर्ण हो, गरिमा और नैतिकता को आहत करता हो।’ आयोग ने कहा कि उसे विभिन्न तबकों से शिकायत मिली है कि कुछ सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठन, समूह बैठकों, योग शिविरों, सभाओं, बैठकों तथा प्रदर्शनों का आयोजन कर लोगों से किसी राजनीतिक पार्टी या उम्मीदवार के पक्ष विपक्ष में मतदाताओं से मत देने की अपील कर रहे हैं जो ‘चुनाव प्रचार के समान है।’ (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Sunday, April 27, 2014, 15:37