
पुरूलिया : पांच पुलिस अधीक्षकों और एक जिला मजिस्ट्रेट के तबादले के चुनाव आयोग के आदेश को मानने से इनकार करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह संविधान का पालन करती हैं, लेकिन वह राज्य का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगी ।
ममता ने यहां एक जनसभा में अपने भाषण में चुनाव आयोग का नाम लिए बिना कहा, ‘मैं जानती हूं कि संविधान क्या है । मैं संविधान का पालन करती हूं । लेकिन किसी को भी बंगाल का अपमान करने का अधिकार नहीं है । मैंने आपको अपनी बेइज्जती करने का अधिकार नहीं दिया है जब मैं आपको सम्मान देती हूं ।’ चुनाव आयोग द्वारा तबादलों का आदेश दिए जाने के बाद कल आयोग पर हमला शुरू करने वाली ममता ने कहा कि वह दिल्ली से मिल रही धमकियों से भयभीत नहीं हैं ।
उन्होंने कहा, ‘मैं जब तक जीवित रहूंगी तब तक अपना सिर उठाकर जीउंगी । मैं दिल्ली से मिलने वाली धमकियों से भयभीत नहीं हूं ।’’ मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि दो तीन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई जो कुछ लोगों के समर्थन से देश को बेचने की कोशिश कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का जन्म रबींद्रनाथ टैगोर और काजी नजरूल इस्लाम के आदर्शों पर हुआ है ।
ममता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पर जितने हमले होंगे, वह उतना ही फलेगी..फूलेगी । उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार बंगाल की जनता उन्हें सभी 42 सीटें मुहैया कराएगी । उन्होंने दावा किया कि दार्जीलिंग हिल्स, जो पृथक राज्य आंदोलन से हिला हुआ था, और माओवादियों के पूर्व गढ़ जंगलमहल में शांति स्थापित हो गई है ।
ममता ने कहा, ‘जो लोग अधिकारियों और बलों को इन स्थानों से हटाने के फैसले ले रहे हैं, क्या वे लोग इन स्थानों पर दोबारा अशांति होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी लेंगे ।’ चुनाव आयोग पर कांग्रेस के इशारों पर काम करने का आरोप लगाने वाली ममता ने कांग्रेस पर करारा वार करते हुए कहा, ‘‘जितना आप षड्यंत्र करोगे, उतना ही आप कुछ नहीं कर पाओगे और मिट जाओगे ।’ कांग्रेस ने रविवार को चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ के साथ बैठक में प्रशासन और तृणमूल कांग्रेस की शिकायत की थी । ममता ने लोगों से कहा, ‘कांग्रेस को एक भी वोट मत दीजिए क्योंकि यह देश को बेच रही है और अपने हाथ भर रही है।’
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 8, 2014, 18:05