
श्रीनगर : केन्द्रीय मंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने आज कहा कि कश्मीर के लोगों को साम्प्रदायिकता कबूल नहीं है और यदि भारत साम्प्रदायिक हो जाएगा तो कश्मीर उसके साथ नहीं रहेगा।
पुराने शहर के खन्यार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘हमें साम्प्रदायिक ताकतों से बचाने की खुदा से दुआ करनी चाहिए ताकि हम आगे बढ़ सकें। भारत साम्प्रदायिक नहीं हो सकता है और यदि यह साम्प्रदायिक हो जाता है तो कश्मीर भारत के साथ नहीं रहेगा। कश्मीरियों को साम्प्रदायिकता स्वीकार नहीं है।’
भाजपा नेता गिरिराज सिंह और विहिप के प्रवीण तोगड़िया के बयान पर चुटकी लेते हुए नेकां प्रमुख ने कहा, ‘वह कहते हैं कि मोदी को वोट नहीं देने वालों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए। मैं कहता हूं जो मोदी को वोट देते हैं उन्हें समुद्र में डूब जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि देश यहां की जनता का है और वही तय करेंगे कि क्या करना है।
अब्दुल्ला के रैली स्थल पर पहुंचते ही एक विस्फोट की आवाज आयी जिससे लोगों में घबराहट फैल गयी और सुरक्षा बलों के होश उड़ गए। विस्फोट की आवाज हथगोला फटने जैसी थी। हालांकि पुलिस ने अभी तक उसकी पुष्टि नहीं की है। लोगों के वहां बने रहने के कारण रैली हुई।
नेकां प्रमुख ने कहा कि वह ऐसे हमलों से नहीं डरते, ‘वह हजारों हथगोले फेंके, तब भी फारूक अब्दुल्ला न तो डरेगा और न ही वापस जाएगा।’ उन्होंने कहा कि ऐसे हमले करने वाले हारेंगे। अब्दुल्ला ने कहा, ‘अल्लाह ने चाहा तो हम जीतेंगे और उन्हें दूर धकेल देंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 27, 2014, 18:22