देश को 'सेवक' चाहिए, अहंकारी सरकार नहीं : मोदी

देश को `सेवक` चाहिए, अहंकारी सरकार नहीं : मोदी शिवपुरी (मप्र) : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर हमले की धार तेज करते हुए उसका इन दिनों एकमात्र एजेण्डा पुत्र (राहुल गांधी) को स्थापित करना रहा है और इसके लिए उसने (कांग्रेस) देश को भी पीछे धकेल दिया है।

गुना-शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया के पक्ष में आज यहां गांधी पार्क पर एक चुनावी सभा में मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस का इन दिनों एक सूत्रीय एजेण्डा किसी भी तरह पुत्र (राहुल गांधी) को स्थापित करना रहा है और इसके लिए उसने देश को भी पीछे धकेल दिया है।’ उन्होंने इस क्षेत्र का संसद में प्रतिनिधित्व कर रहे केन्द्रीय उर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी तीखे हमले किए और कहा कि वे आपके बीच आकर 200 सालों के रिश्ते की दुहाई देंगे। लेकिन इस बार आपको अपने बेहतर भविष्य के लिए केन्द्र में बैसाखियों वाली सरकार के बजाय एक मजबूत सरकार बनानी है, जो अपने बल पर आपकी समस्याओं को हल कर सके। उन्होंने सिंधिया को अहंकारी भी बताया।

राहुल गांधी को ‘शहजादा’ संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वह देश के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, जिस समय हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह विदेश में थे और देश का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, तब उन्होंने (राहुल गांधी) ने कैबिनेट के निर्णय को पत्रकारों के बीच फाड़कर इस संवैधानिक संस्था का अपमान किया। प्रधानमंत्री पद और कैबिनेट का ऐसा अपमान इससे पहले इस देश में किसी ने नहीं किया था।

उन्होंने भाजपा शासित राज्य सरकारों के साथ केन्द्र की कांग्रेसनीत संप्रग सरकार द्वारा किए गए कथित भेदभावपूर्ण व्यवहार का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं को पता होना चाहिए कि सरकार समूचे देश के लिए होती है, किसी एक पार्टी के लिए नहीं। जब महाराष्ट्र से अधिक मध्यप्रदेश का किसान ओलावृष्टि से पीड़ित था, तब केन्द्र ने महाराष्ट्र की तो तत्काल एवं भरपूर मदद की, लेकिन मध्यप्रदेश को एक पैसा भी नहीं दिया।

गुना-शिवपुरी के मतदाताओं से मोदी ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में उनके लिए एक ‘नामदार’ (सिंधिया) के सामने एक ‘कामदार’ (पवैया) प्रत्याशी है और उन्हें तय करना है कि एक अहंकारी प्रतिनिधि इस बार लोकसभा में चाहिए अथवा एक काम करने वाले व्यक्ति को वह पसंद करेंगे। उन्होंने पवैया को अपना मित्र बताते हुए कहा, ‘यदि आप लोग पवैया को चुनकर संसद में भेजेंगे, तो समझिए आपने मुझे चुना है।’ उन्होंने वायदा किया कि इस क्षेत्र की समस्याओं को वह व्यक्तिगत ध्यान देकर सुलझाएंगे, जिसमें पानी का संकट भी शामिल है।

भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके अहंकार के पीछे कांग्रेस पुत्र (राहुल गांधी) से उनकी मित्रता है। इस मित्रता का यदि वह क्षेत्र के विकास के लिए उपयोग करते, तो और बात थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में श्रेष्ठता पुरस्कारों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि उर्जा मंत्री के रूप में वह :सिंधिया: केवल उस आयोजन को इसलिए निरस्त करके चले गए, क्योंकि उर्जा के लिए गुजरात को सभी चार केन्द्रीय पुरस्कार मिलने वाले थे।

मोदी ने कहा कि हमारे देश का संघीय ढांचा है और केन्द्र एवं राज्य सरकार इसी व्यवस्था के तहत मिलजुलकर देशहित में काम करती हैं। लेकिन केन्द्र की संप्रग सरकार ने भाजपा शासित राज्य सरकारों को अपने दुश्मन की तरह समझा और उनसे भेदभावपूर्ण व्यवहार किया। इस क्षेत्र की जनता से अपना भावनात्मक संबंध बताते हुए उन्होंने दिवंगत विजयाराजे सिंधिया का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजमाता :विजयाराजे: उस वक्त उनके लिए मातृवत दूध का ग्लास लेकर आई थीं, जब वह एक चुनाव अभियान में अपनी टीम के साथ थके-हारे बिना भोजन किए सो गए थे।

मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि वह केन्द्र में मजबूत सरकार बनाने के लिए भाजपा को पूर्ण बहुमत दे, ताकि देश में बिना बैसाखी (गठबंधन) की सरकार कायम हो और देश को आंखें दिखाने वाले पड़ोसियों को भारत से आंख मिलाने के लिए मजबूर किया जा सके तथा देशवासियों का सम्पूर्ण विकास हो। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी भरपूर तारीफ की और कहा कि उन्होंने अपनी मेहनत से इस प्रदेश को बीमारू प्रदेश के कलंक से बाहर निकाला है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 5, 2014, 21:16
First Published: Saturday, April 5, 2014, 21:16
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