
नई दिल्ली : अपने ‘ये दिल मांगे मोर’ बयान से विवाद पैदा होने के बाद नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात कहा कि उनके मन में कारगिल के शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा और उनके माता-पिता के प्रति गहरा सम्मान है तथा वह अपने मन में ऐसे नागरिकों के अपमान का विचार लाने के बजाय राजनीति से इस्तीफा दे देंगे।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने दिवंगत बत्रा की उक्ति का उनके द्वारा इस्तेमाल पर उत्पन्न विवाद की निंदा की और आश्चर्य प्रकट किया, ‘यह किस तरह की राजनीति है’ कि कोई शहीदों को याद भी नहीं कर सकता।
थ्री डी प्रसारण में उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन्हें निशाना बनाने के लिए हर तरह की हरकत एवं भद्दी भाषाओं का इस्तेमाल कर रही है क्योंकि उसे लोकसभा चुनाव में हार का अहसास हो चला है।
मोदी ने कहा, ‘जब मैं कोलकाता गया, तब मैंने सुभाषचंद्र बोस को याद किया, जब मैं झांसी गया तब मैंने रानी लक्ष्मीबाई को याद दिया आज मैं हिमाचल प्रदेश गया तो मैंने भारत के महान सपूत विक्रम बत्रा को याद किया। लेकिन जब मैं अहमदाबाद लौटा, तब मुझे पता चला कि कैसे मेरे राजनीतिक विरोधियों ने मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया।’
जी एन बत्रा ने भाजपा से पूछा कि पार्टी ने उनकी पत्नी कमल कांत के खिलाफ हमीरपुर से अपना प्रत्याशी क्यों नहीं हटाया जो आप के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। शहीद की मां ने कहा कि अगर वह भी उनके नाम का इस्तेमाल करती है तब उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता है क्योंकि उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी।
कांग्रेस ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि तुच्छ राजनीति के लिए शहीद के नाम का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि मोदी की यह आदत बन गई है कि शहीदों की स्मृतियों समेत सभी को नीचा दिखाएं।’ उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक मतभेदों के बावजूद शहीद पूरे देश का होता है, मोदी को शहीदों का सम्मान करना सीखना चाहिए और राजनीति के लिए उनके नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।’ भाजपा ने हालांकि मोदी का बचाव करते हुए कहा कि यह उद्धरण किसी की निजी सम्पत्ति नहीं है।
भाजपा ने कहा, ‘ये दिल मांगे मोर शहीद की स्मृति है और उनकी मां की स्मृति नहीं है। शहीद के शब्दों का सम्मान किया जाना चाहिए लेकिन कोई इसका स्वामित्व नहीं ले सकता। यह किसी परिवार की निजी सम्पत्ति नहीं हो सकती है।’ भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा, ‘मैं दुख के साथ कठोर शब्दों का प्रयोग कर रही हूं श्रीमती बत्रा लेकिन चुनाव प्रदर्शन के आधार पर लड़े जाते हैं। यह नारा किसी कंपनी का है।’ आप नेता आशुतोष ने कहा कि, ‘मैं मोदी के बयान और भाजपा की प्रतिक्रिया से स्तब्ध हूं। अगर आप बत्रा जैसे शहीदों का सम्मान नहीं कर सकते तब उनका मजाक नहीं उड़ाए।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 29, 2014, 22:38