
नई दिल्ली : भाजपा ने शुक्रवार को अयोध्या पर स्टिंग ऑपरेशन करने वाली वेबसाइट कोबरापोस्ट को ‘कांग्रेस पोस्ट’ बताते हुए आरोप लगाया कि ये चुनाव के समय मतदाताओं को धर्म के आधार पर बांटने और अयोध्या मामले को प्रभावित करने का प्रयास है। पार्टी ने चुनाव आयोग से इस स्टिंग आपरेशन के प्रसारण और प्रकाशन पर रोक लगाने की मांग की है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोबरा पोस्ट में जो लोग हैं, वो किसी बड़े कांग्रेस नेता का स्टिंग आपरेशन क्यों नहीं करते। इन लोगों ने कभी 2जी स्पेक्ट्रम, कामनवेल्थ गेम्स, कोयला घोटाला आदि के मामलों में स्टिंग आपरेशन क्यों नहीं किए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये कोबरा पोस्ट नहीं, कांग्रेस पोस्ट है और ये पूरा स्टिंग आपरेशन कांग्रेस प्रायोजित आपरेशन है। ये इस बात का प्रयास है कि चुनाव के समय जनता का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाया जा सके और महंगाई, बेरोजगारी, घोटाले की जवाबदेही से बचा जा सके।’’
प्रसाद ने कहा कि अयोध्या मामला अभी अदालत के विचाराधीन है और ऐसे में इस मुद्दे पर स्टिंग आपरेशन करना मुकदमे की कार्यवाही को प्रभावित करने का प्रयास है जो अदालत की अवमानना का मामला बनता है। कोबरापोस्ट के स्टिंग में दावा किया गया है कि 1992 में बाबरी मस्जिद का ढहाया जाना ‘विध्वंस की सुनियोजित कार्रवाई’ थी जो हिन्दू संगठनों के भीड़ के उन्माद का नतीजा नहीं थी बल्कि गहन प्रशिक्षण और ‘माक ड्रिल’ के बाद कारसेवकों ने उसे अंजाम दिया।
उधर, भाजपा प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह प्रायोजित स्टिंग ऑपरेशन है। देश भर में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण चुनावी माहौल में यह जहर घोलने का प्रयास है। नकवी ने कहा, ‘‘सुबह हमने चुनाव आयोग से कहा और पत्र भी लिखा है कि कोबरापोस्ट नाम का एक एनजीओ स्टिंग ऑपरेशन के नाम पर संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुद्दे पर एक प्रायोजित स्टिंग दिखाने की तैयारी में है। इसका प्रसारण और प्रकाशन तुरंत रोका जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी ने चुनाव आयोग से ‘इस तरह की शरारतपूर्ण साजिश के पीछे जो कोई भी है’ उसके खिलाफ कदम उठाने को कहा है।
कांग्रेस पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए नकवी ने कहा कि पार्टी जंग हार चुकी है और चुनाव के पहले माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। स्टिंग ऑपरेशन की विषयवस्तु के बारे में पूछे जाने पर नकवी ने कहा कि इसका समय सवाल पैदा करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘विषयवस्तु की तुलना में टाइमिंग ज्यादा महत्वपूर्ण है और सवाल पैदा करता है क्योंकि चुनाव जोरों पर और माहौल दोस्ताना व शांतिपूर्ण है। चुनाव कांग्रेस के कुशासन के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है। लोगों ने धर्मनिरपेक्ष बनाम सांप्रदायिक मुद्दों को खारिज कर दिया है जिसपर कांग्रेस लड़ती है तथा असल मुद्दे उठ रहे हैं। स्वाभाविक है कि बिना मुद्दे के जो लड़ रहे हैं वो निराश हैं।’’ (एजेंसी)
First Published: Friday, April 4, 2014, 16:29