भाजपा में लौटना जनता से धोखा होगा: जसवंत

बाड़मेर : लोकसभा चुनावों में भाजपा से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे पूर्व भाजपा नेता जसवंत सिंह ने कहा कि भाजपा में लौटना लोगों के साथ धोखा होगा।

जसंवत सिंह ने बातचीत में कहा, ‘मैं बाड़मेर-जैसलमेर के अपने लोगों से भाजपा में वापस नहीं लौटने का वादा कर चुका हूं। ऐसे में भाजपा में लौटता हूं, तो लोगों के साथ धोखा होगा, इसलिए मैं भाजपा में नहीं लौटूंगा।’ उन्होंने कहा कि देश में अब तक मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ने की परम्परा रही हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। पहले के चुनावों में नेता अपनी नीतियों के बारे में बात करते थे। लेकिन इस बार के चुनाव में राजनैतिक मर्यादायें टूटी हैं और राजनीति का स्तर बहुत गिर गया। यह एक चिंता का विषय हैं।

पूर्व विदेश मंत्री ने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकत से इंकार करते हुए कहा कि नितिन गडकरी के भाजपा अध्यक्ष बनने की स्थिति में भाजपा में लौटने का विचार नहीं हैं। सिंह ने कहा कि दिल्ली में उनसे किसी भाजपा नेता ने संपर्क नहीं किया। हां वह जरूर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मिलने गये थे, लेकिन इस मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। उन्होंने कई सालों तक उनके साथ काम किया हैं और इसी कारण उनसे मिलने गया था।

सिंह ने कहा, ‘परिणाम से पूर्व इस तरह की बाते करना शेखी बघारने जैसा है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं वह शेखी बघार रहे हैं लेकिन मैं ऐसा नहीं हूं। मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि मैंने चौथे आम चुनाव के साथ अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था और यह सौलहवां आम चुनाव है। इस बार मुझे अप्रत्याशित समर्थन मिला जो मैंने पहले के चुनावों में कभी नहीं देखा।’

सिंह ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि इन सर्वे पर कैसे भरोसा किया जा सकता है। एक सर्वे में एनडीए को 350 सीटें मिलना बताया जा रहा हैं तो दूसरे में 250 सीटें। यहां तक कि एक सर्वे में राजस्थान में कांग्रेस को 14 सीटें दिए जाने की बात कही गई हैं तो दूसरे सर्वे में भाजपा को 25 में से 25 सीटें। ऐसे में किस सर्वे पर भरोसा किया जाए, समझ में नहीं आता।

सिंह ने कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर के लोग उनकी भूमिका तय करेंगे। लेकिन यह जरूरी नहीं हैं कि कुर्सी टेबिल पर बैठकर ही देश की सेवा की जाए। उन्होंने कहा, ‘मैं यह अंहकार के साथ नहीं कह रहा, लेकिन देश में बहुत कम लोग हैं जिनके पास मेरे जितना संसद और सरकार में काम करने का अनुभव हैं। मैं आशा करता हूं कि देश मेरे अनुभव का उपयोग करेगा।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 15, 2014, 22:47
First Published: Thursday, May 15, 2014, 22:47
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