ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : भाजपा ने बाड़मेर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे अपने वरिष्ठ पार्टी नेता जसवंत सिंह को शनिवार रात पार्टी से निष्कासित कर दिया। उन्होंने आज नाम वापसी के आखिरी दिन अपना नामांकन वापस लेने से इनकार कर दिया जिसके बाद पार्टी ने कार्रवाई की।
भाजपा की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 76 वर्षीय सिंह को छह साल के लिए निष्कासित करने का फैसला किया। पार्टी ने राजस्थान के ही सीकर से भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे एक और बागी नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया को भी निष्कासित कर दिया।
शनिवार को नाम वापस लेने का आख़िरी दिन था और जसवंत सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने पर अंतिम समय तक अडिग रहे, इसलिए पार्टी ने देर शाम उन्हें निष्कासित करने का फ़ैसला सुनाया। गत 24 मार्च को बाड़मेर से पर्चा दाख़िल करने के बाद जसवंत सिंह ने कहा था, `मुझसे पार्टी के किसी भी नेता ने संपर्क नहीं किया है और मैं पार्टी के रवैये से नाराज़ हूं। मैं जनता के आदेश पर चुनाव लड़ रहा हूं।`
राजनीतिक प्रेक्षक इसे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और जसवंत सिंह के बीच वर्चस्व और व्यक्तित्व की लड़ाई के रूप में देख रहे है। नामांकन दाखिल करने के बाद जसवंत सिंह ने साफ़तौर पर ये कहा भी था कि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे ने उनके साथ धोखा किया है। कभी भाजपा के शीर्ष नेताओ में शुमार किए जाने वाले जसवंत सिंह को पार्टी ने बाड़मेर से लोकसभा का टिकट देने से मना कर दिया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Sunday, March 30, 2014, 00:24