
नई दिल्ली : राजस्थान की बाडमेर लोकसभा सीट से भाजपा के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान में उतरने वाले वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को पार्टी से निष्कासित करने के बाद भाजपा ने आज उनके पुत्र मानवेंद्र सिंह की पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निष्कासित कर दिया। उन्हें जल्द ही पार्टी से भी निष्कासित किए जाने के संकेत दिए गए हैं।
मानवेंद्र सिंह द्वारा अपने पिता जसवंत सिंह के पक्ष में प्रचार करने के चलते उनके विरूद्ध भाजपा की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की संभावना काफी समय से की जा रही थी। वह राजस्थान विधानसभा की शिव सीट से भाजपा के विधायक भी हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव जे पी नड्डा ने राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष अशोक परनामी को पत्र लिख कर आज सूचित किया कि मानवेंद्र के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत उन्हें ‘‘भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निष्कासित किया जाता है और आगे की कार्रवाई के लिए आपको अधिकृत किया जाता है। नड्डा ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से विचार विमर्श के बाद यह निर्णय किया गया है।
अपने पिता के निर्दलीय के रूप में बाडमेर से चुनाव लड़ने का फैसला करने और नामांकन पत्र भरने के बाद मानवेंद्र ने ‘स्वास्थ्य कारणों’ के चलते पार्टी के मामलों से कुछ दिन के अवकाश का आग्रह किया था। मानवेंद्र पर आरोप है कि वह बाडमेर से पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ जसवंत सिंह के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। पार्टी फैसले के खिलाफ जसवंत सिंह के बाडमेर से चुनाव लड़ने पर अड़े रहने पर भाजपा ने उन्हें कोई नोटिस दिए बिना सीधे भाजपा से निष्कासित कर दिया था।
वहीं, केरल में केरल के 20 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 74 प्रतिशत लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। केरल के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गई। मतदान शांतिपूर्ण ढ़ंग से हुआ। मतदान संपन्न होने के कुछ देर बाद चुनाव आयोग ने बताया कि 73.2 प्रतिशत मतदाताओं ने पहले घंटे में मतदान किए। विशेष रूप से राज्य की राजधानी में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी और नेता सुबह मतदान के शुरआती घंटों में ही अपने मताधिकार का उपयोग किया।
कई स्थानों पर छह बजे के बाद भी लोग कतारों में खड़े देखे गए और ऐसे में मत प्रतिशत थोड़ा बढ़ने का अनुमान है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 10, 2014, 20:35