रांची : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह के सोमवार को भाजपा के खिलाफ राजस्थान के बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने के फैसले को दुखद बताया और कहा कि पार्टी ने जिसे देश का विदेश मंत्री और वित्त मंत्री तक बनाया उसे सिर्फ एक बार लोकसभा का टिकट न मिलने पर पार्टी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला नहीं करना चाहिए था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू ने यहां पत्रकारों से बातचीत में अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को याद दिलाया कि उन्हें किस तरह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में देश का विदेश मंत्री और वित्त मंत्री तक बनाया गया।
उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह को पार्टी ने उनके कद के अनुरूप बड़ा सम्मान दिया है। इन बातों को याद रखते हुए उन्हें सिर्फ एक बार लोकसभा का टिकट न मिलने पर पार्टी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने जैसा फैसला नहीं करना चाहिए था।
एक सवाल के जवाब में नायडू ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जसवंत सिंह बाड़मेर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। वह बहुत वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। पार्टी ने उन्हें बड़े पद देने के अलावा अनेक बार सांसद बनाया और राज्यसभा में विपक्ष का नेता भी बनाया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बाड़मेर का टिकट जसवंत सिंह को स्थानीय कारणों से भी हो सकता है कि न दिया गया हो लेकिन यह कोई इतना बड़ा कारण नहीं था कि वह पार्टी के खिलाफ खड़े हो जायें। यह उनके लिए अच्छा नहीं है।’’ जसवंत सिंह ने भाजपा का टिकट न मिलने पर राजस्थान के बाड़मेर से निर्दलीय अपना नामांकन पत्र भरा और नरेन्द्र मोदी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर जमकर हमला बोला। जसवंत सिंह के स्थान पर भाजपा ने बाड़मेर से कांग्रेस छोड़कर आये कर्नल सोनाराम चौधरी को पार्टी का टिकट दे दिया है। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 24, 2014, 21:42